वंग n. ( सो. अनु. ) वंश देश का एक राजा, जो बलि आनव राजा के पॉंच पुत्रों में से एक था । इसीके ही कारण इसके देश को ‘ वंग ’ नाम प्राप्त हुआ ( बलि आनव देखिये ) ।
वंग II. n. एक लोकसमूह, जिसका निर्देश मगध एवं मत्स्य लोगों के साथ अथर्ववेद परिशिष्ट में प्राप्त है
[अ. वे. परि. १.७.७] । वंग एवं मगध लोगों का संयुक्त निर्देश ऐतरेय आरण्यक में भी प्राप्त है
[ऐ. आ. २.१.१] । आधुनिक बंगाल देश में स्थित लोगों के लिए ‘वंग’ शब्द का निर्देश सर्वप्रथम बौधायन धर्मसूत्र में प्राप्त है
[बौ. ध. १.१.१४] । पूर्व भारत के एक लोकसमूह के नाते वंग का निर्देश महाभारत में प्राप्त हैं । महाभारतकाल में इस देश में म्लेंच्छ लोग रहते थे, जिन्हें राजसूययज्ञ के समय भीमसेन ने, एवं अश्वमेधयज्ञ के समय अर्जुन ने जीता था
[म. स. २७.२१] ;
[म. आश्व. ८३.२९] । परशुराम ने इस देश के क्षत्रियों का संहार किया था ।