Dictionaries | References

वृषाकपि

   { vṛṣākapiḥ, vṛṣākapi }
Script: Devanagari

वृषाकपि     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
VṚṢĀKAPI I   One of the eleven Rudras. The eleven Rudras are Hara, Bahurūpa, Tryambaka, Aparājita, Vṛṣākapi, Śambhu, Kapardī, Raivata, Mṛgavyādha, Sarpa and Kapālī. [Agni Purāṇa, Chapter 18] . (See under Ekādaśa rudras).
VṚṢĀKAPI II   Another name of Mahāviṣṇu. (M.B. Śānti Pạrva, Chapter 342).
VṚṢĀKAPI III   A hermit. Mention is made in [Mahābhārata, Anuśāsana Parva, Chapter 66, Stanza 23] , that with so many other hermits, he also attended the sacrifice performed by the gods.

वृषाकपि     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
See : इंद्र, अग्निदेव, सूर्यदेव

वृषाकपि     

वृषाकपि (ऐन्द्र) n.  एक वैदिक मंत्रद्रष्टा [ऋ. ७.१३.२३, १०.८६.३] । इंद्र एवं इंद्राणी के साथ इसके द्वारा किये गये संवाद का निर्देश ऋग्वेद में प्राप्त है [ऋ. १०.८६.५] । लो. तिलक के अनुसार, दक्षिणायन बिंदु के समीप स्थित सूर्य को ही ऋग्वेद में ‘वृषाकपि’ कहा गया है । दक्षिणी ध्रुव प्रदेश में छः महीने की अंधेरी रात शुरू होने के पूर्व, अन्तरिक्ष में दिखाई देनेवाले सूर्य को ही वैदिक आर्यों के द्वारा ‘वृषाकपि’ कहा गया होगा [लो. तिलक, आर्यों का मूलस्थान पृ. २५१]
वृषाकपि II. n.  ग्यारह रुद्रों में से एक [म. अनु. १५०.१२-१३] । यह भूत एवं सरूपा का पुत्र था, एवं इसने देवासुर युद्ध में जम्भ से युद्ध किया था [भा. ६.६.१७]
वृषाकपि III. n.  एक ऋषि, जो अन्य ऋषियों के साथ देवताओं के यज्ञ में उपस्थित हुआ था [म. अनु. ६६.२३]

वृषाकपि     

 पु. १ एक वैदिक देवता . २ शिव . तीं स्वायुधें शमीवरि ठेवविता राघवा वृषाकपिला । स्मरुनि कपि उडे विजयश्री ज्यासि भजे जसी वृषा कपिला । - मोविराट ६ . ५८ . ३ विष्णु इ० देव . अस्त्रबळीं शस्त्रबळीं संधानीं लाघवी वृषाकपिसा । - मोभीष्म १२ . ४७ . [ सं . ]

वृषाकपि     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
वृषा—कपि  m. m. (वृषा॑-) ‘man-ape’, N. of a semi-divine being standing in a partic. relation to इन्द्र and इन्द्राणी, [RV. x, 86] (by the Comm. identified with the Sun; also supposed to be the son of इन्द्र and the author of the above hymn; cf.[RTL. 222 n. 1] )
ROOTS:
वृषा कपि
the sun, [MBh.]
fire, [Hariv.]
N. of शिव, [MBh.] ; [Kathās.]
of इन्द्र, [BhP.]
of विष्णु, [MBh.]
of one of the 11 रुद्रs, ib.
of the hymn attributed to वृषा-कपि, [AitBr.]

वृषाकपि     

वृषाकपिः [vṛṣākapiḥ]   1 An epithet of the sun.
Of Viṣṇu; तत्र गत्वा जगन्नाथं देवदेवं वृषाकपिम् [Bhāg.1.1.2;] [Mb.12.43.] 1.
Of Śiva.
Of Indra.
Of Agni.

वृषाकपि     

Shabda-Sagara | Sanskrit  English
वृषाकपि  m.  (-पिः)
1. KRISHṆA or VISHṆU.
2. ŚIVA.
3. AGNI, or fire. 4. INDRA.
E. वृष virtue, not, कपि to shake or agitate, aff., and the radical augment rejected; or वृषा INDRA, अकपि untrembling, as before; or वृष virtue, or वृषा INDRA, and कपि an ape, being the ape as it were of the greater gods: other etymologies occur.
ROOTS:
वृष कपि वृषा अकपि वृष वृषा कपि

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP