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अंधक

   
Script: Devanagari
See also:  अंधकअंधक

अंधक

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi |   | 
 noun  एक दैत्य   Ex. अंधक को शंकर ने मारा था ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
अन्धक
Wordnet:
benঅন্ধক
gujઅંધક
kasاَنٛدھک
kokअंधक
malഅന്ധകാസുരന്‍
marअंधक
oriଅନ୍ଧକ
panਅੰਧਕ
sanअन्धकः
tamஅந்தக்
urdاندھک

अंधक

अंधक n.  यह पार्वती के धर्मबिंदुओं से उत्पन्न हुआ । हिराण्याक्ष पुत्रप्राप्ति के लिये तपश्चर्या कर रहा था, उस समय शंकर ने उसे यह पुत्र दिया [लिंग.१.९४] । हिरण्याक्ष तथा हिरण्यकश्यपु की मृत्यु के पश्चात् यह गद्दी पर आया । परंतु अनन्तर पार्वती को हरण कर ले जाने की योजना इसने घनघोर युद्ध हुआ । इस युद्ध में, इसके प्रत्येक रक्तबिंदु से इसी के समान व्यक्ति उत्पन्न हो कर, अंधको से संपूर्ण संसार व्याप्त हो गया । तब शंकर ने अंधकों के रक्त को प्राशन करने के लिये, मातृका उत्पन्न कीया तथा उन्हें अंधक का रक्त प्राशन करने के लिये कहा । वे रक्त पी कर तृप्त हो जाने के बाद पुनःरक्तबिंदुओ से अगणित अंधक उत्पन्न होने लगे । उन्होने शंकर का अजगव धनुष्य भी हरण कर लिया [पद्म. सृ.४६] । अंत में शंकर त्रस्त हो कर विष्णु के पास गया । विष्णु ने शुष्करेवती उत्पन्न की, तथा उन्होने सब अंधकों का नाश कर दिया । शंकर ने मुख्य अंधक को सूली पर चढाया, उस समय अंधक ने उसकी स्तुति की । तब शंकर ने प्रसन्न हो कर इसे गणाधिपत्य दिया [मत्स्य. १७९] । इसने पार्वती के लिये स्पष्ट मांग की, इसलिये शंकर का तथा इसका युद्ध हुआ । परंतु शुक्राचार्य संजीवनीविद्या से मृत असुरों को जीवित कर देते थे, इससे इसकी शक्ति कम न होती थी । तब शंकर ने शुक्राचार्य को निगल लिया तथा अंधक को गणाधिपत्य दे कर संतुष्ट किया [शिव.रुद्र. यु४८] ;[पद्म. सृ.४६.८१] । गणों का मुख्य स्थान इसे देने के पश्चात इसका नाम भृंगीरीटी रखा गया । इसके पुत्र का नाम आडि है । कश्यप को दिति से उत्पन्न पुत्र । यह अत्यंत पराक्रमी था । अपनी उग्र तपश्चर्या के बल पर सब देवताओं को जीतने के लिये, इसने शंकर से वरदान मांगा । परंतु विष्णु तथा शंकर के सिवा सबको जीतने का वरदान उन्होंने दिया । तदनन्तर यह ससैन्य अमरावती में प्रविष्ट हुआ तथा इन्द्र इसकी शरण में आया । इसके बाद इन्द्रकी उचैःश्रवस, उर्वशी आदि अप्सरायें तथा इन्द्राणी को ले कर जब यह लौट रहा था तब देवताओं ने इसके साथ युद्ध किया । परंतु उसमें उनका पराभव हुआ । तदनंतर अंधक पाताल में रहने लगा । अन्त में देवताओं के कहने से, विष्णु ने इसके साथ युद्ध किया । उसमें इसका पराभव होने के पश्चात् इसने विष्णु की स्तुति की, तथा शंकर से युद्ध करने की संधि प्राप्त होने के लिये वरदान मांगा । तब विष्णु ने इसे कैलाशपर्वत हिलाने को कहा । ऐसा उसने करते ही शंकर का तथा इसका युद्ध प्रारंभ जागृत होते ही पुनः युद्ध प्रारंभ हुआ । अंधक के प्रत्येक रक्तबिंदु से पुनः दैत्य उत्पन्न होने लगे । उस समय शंकर ने चामुंडा का स्मरण करने पर, उसने इसका समस्त रक्त प्राशन कर लिया । तब इसने शंकर की प्रार्थना की । शंकर ने शिवगणों में इसकी स्थापना कर, इसका भृंगीश नाम रखा [स्कंद.५.३४५] । यह उज्जयिनी में राज्य करता था । इन्द्र के कथना नुसार शंकर ने इसके साथ युद्ध किया । उस में अपना पराभव हो रहा है, यह देखते ही इसने माया निर्माण कर, अंधकार उत्पन्न किया तथा देवताओं का हरण कर लिया । अंत में नरादित्य उत्पन्न हो कर, उसके द्वारा निर्मित प्रकाश की सहायता से, शंकर ने इसका वध किया । इसका पुत्र कनकदान [स्कंद.५.२.३६] । महिषासुर की सेना एका प्रमुख असुर । देवों के साथ हुए महिषासुर संग्राम में, विष्णु के साथ इसका अविरत पचास वर्षो तक संग्राम चल रहा था । अन्त में विष्णु ने अपने गदा प्रहार से इसे मूर्च्छित कर दिया [दे.भा.५.६] । यह आठवॉं सुप्रसिद्ध संग्राम है [मत्स्य. ४७.४१-४४] । इस में शंकर ने असुरों को मारा [वायु.९७८.८१-८४]
अंधक II. n.  (सो. यदु.) सात्वत तथा कौसल्या का पुत्र [ह. वं. १.३७.२] । अंधक तथा काश्यदुहिता को कुकुर, भजमान, शमि तथा कम्बलबर्हिष ऐसे चार पुत्र हुए [ह. वं. १.३७.१७] । सात्वतपुत्र अंधक से अंधक वंश का प्रारंभ होता है । अंधकपुत्र महाभोज को दो पुत्र थे । प्रथम कुकुर तथा द्वितीय भजमान । यादवों में कुकुर वंश स्वतंत्र हैं । उस में उग्रसेन कंसादि हुए । अंधक वंश भजमान शाग्वा की उपाधि है । इसी अंधकवंश में भारतीय युद्ध का प्रसिद्ध वीर कृतवर्मा उत्पन्न हुआ [भा.९.२४.७-२४] ;[विष्णु.४.१४.३-७] । सान्वतपुत्र भज्मान का वंश उपलब्ध नही है । भजमान के पुत्र, अंधकपुत्र भजमान के वंश में सामील हुए ऐसा ह. वं. में लिखा है [ह. वं. १.३८.७-९]

अंधक

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani |   | 
 noun  एक राक्षस   Ex. अंधकाक शंकरान मारिल्लो
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benঅন্ধক
gujઅંધક
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अंधक

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English |   | 
   Dim, pale, feeble--a light or a luminous body. 2 Faint, weak, lustreless-- a color or a colored body.
   अंधक अंधक ad Dimly, dully, darkly, gloomily, obscurely--objects appearing. v दिस. 2 Hazily or thickly--weather prevailing or coming.

अंधक

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English |   | 
   Dim, pale, faint. A light or aluminous body.
 ad   Dimly, hazily, darkly.

अंधक

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi |   | 
 noun  एक दैत्य   Ex. अंधकला भगवान शंकराने मारले होते.
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benঅন্ধক
gujઅંધક
hinअंधक
kasاَنٛدھک
kokअंधक
malഅന്ധകാസുരന്‍
oriଅନ୍ଧକ
panਅੰਧਕ
sanअन्धकः
tamஅந்தக்
urdاندھک

अंधक

 क्रि.वि.  १ तुरळकतुरळक ; अस्पष्ट ; अव्यक्त ; मिणमिणीत ( दिवा , वस्तु ) ( क्रि०दिसणें .) २ धुकट ; धुंद ( हवा , वातावरण )
 वि.  १ अंधुक ; कमी प्रकाशाचा ( उजेड , प्रकाश अथवा चकचकीत वस्तु ). २ फिक्का , ब९इन तकतकीचा ; निस्तेज , ( रंग , रंगीत वस्तु ) मंद . ( सं .)

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