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आरण्यक

   { āraṇyaka }
Script: Devanagari
See also:  आरण्य

आरण्यक

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi |   | 
 noun  वेदों का वह भाग या शाखा जिसमें वानप्रस्थों के कार्य का विवरण तथा उनके लिए उपयोगी उपदेश हैं   Ex. आरण्यक हिन्दुओं के पवित्रतम धर्मग्रन्थ वेदों का गद्य वाला भाग और वैदिक वांग्मय का तीसरा हिस्सा है ।
ONTOLOGY:
भाग (Part of)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kokआरण्यक
marआरण्यक
sanआरण्यकम्
urdآرَنيَك
   See : वन्य, वनवासी, जंगली, जंगली, जंगली, वनवासी

आरण्यक

आरण्यक n.  लोमश ने इसे रामायण सुनाई [पद्म. पा. ३५.३७]

आरण्यक

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani |   | 
 noun  जातूंत वानप्रस्थींच्या कामांचें विवरण आनी तांचे खातीर उपेगी उपदेश आसात असो वेदांचो भाग वा शाखा   Ex. आरण्यक हिंदूंचो पवित्र धर्मग्रंथ वेदांचो गद्य भाग आनी वैदीक वांग्मयाचो तिसरो भाग
ONTOLOGY:
भाग (Part of)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
marआरण्यक
sanआरण्यकम्
urdآرَنيَك

आरण्यक

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English |   | 
   Relating to the desert, wild.

आरण्यक

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English |   | 
   Belonging to the desert, wild.

आरण्यक

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi |   | 
 noun  वेदांचा एक भाग किंवा शाखा ज्यात वानप्रस्थांच्या कार्याचे विवरण तसेच त्यांच्यासाठी उपयोगी असे उपदेश आहे   Ex.
ONTOLOGY:
भाग (Part of)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kokआरण्यक
sanआरण्यकम्
urdآرَنيَك

आरण्यक

 वि.  
  न. वैदिक वाड्मयांतील अध्यात्मविषयक भाग . ब्राह्मणग्रंथांच्या शेवटीं हा भाग असून तो बहुतेक गद्य असतो . वेदांच्या प्रत्येक शाखेचें स्वतंत्र आरण्यक आहे . आरण्यक ग्रंथाचें अध्ययन घरांत करीत नाहींत ; अरण्यांत किंवा गांवांतील एखाद्या देवळांत करतात . प्रथमच अध्ययन करावयाचें तें उदगयनांत करतात . ऐतरेयारण्यक , तैत्तिरीयारण्यक , बृहदारण्यक इ० आरण्यकांचीं नांवें आहेत . [ सं . अरण्य ]
   अरण्यासंबंधीं ; वन्य ; जंगली ; रानटी . अरण्य पहा . [ सं . ]

आरण्यक

नेपाली (Nepali) WN | Nepali  Nepali |   | 
   See : वन्य

आरण्यक

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English |   | 
आरण्यक  mfn. mfn. forest, wild, forest-born, produced in a forest, relating to a forest or a forest animal, (the आरण्यकम् पर्व of the महा-भारत is either the whole third book or only the first section of it)
आरण्यक  m. m. a forester, an inhabitant of the woods, [MBh.] ; [Ragh. &c.]
आरण्यक  n. n.N. of a class of religious and philosophical writings closely connected with the ब्राह्मणs and called आरण्यकs because either composed in forests or studied there, (the उपनिषद्s are considered to be attached to them.)

आरण्यक

The Practical Sanskrit-English Dictionary | Sanskrit  English |   | 
आरण्यक [āraṇyaka] a.  a. [अरण्ये भवः वुञ्] Relating to or produced in a forest, wild, forest-born (usually with the words अध्याय, मनुष्य, न्याय, पथिन्, विहार, and हस्तिन् [P.IV.2.129] Vārt.)
-कः   A forester, an inhabitant of the woods; तपः ष़ड्भागमक्षय्यं ददत्यारण्यका हि नः [Ś.2.14;] द्वावप्यत्रारण्यकौ [Ś.5.] आरण्यकोपात्तफलप्रसूतिः [R.5.15.]
-कम्   An Āraṇyaka; it is one of a class of religious and philosophical writings (connected with the Brāhmaṇas) which are either composed in forests, or must be studied there; e. g. ऐतरेयारण्यकम्; बृहदारण्यकम् and तैत्तिरीया- रण्यकम्; अरण्येऽनूच्यमानत्वात् आरण्यकम्, Bṛi. Ar. Up.; (अरण्येऽ- ध्ययनादेव आरण्यकमुदाहृतम्); वेदवादानतिक्रम्य शास्त्राण्यारण्यकानि च [Mb.12.19.17.] -Comp.
-काण्डम्   the title of the third book of the Rāmāyaṇa.
-गानम् =   अरण्यगानम्.

आरण्यक

Shabda-Sagara | Sanskrit  English |   | 
आरण्यक  mfn.  (-कः-का-कं) Forest, wild, forest-born or produced.
  m.  (-कः) A forester, an inhabitant of the woods.
   E. आरण्य and कन् added.
ROOTS:
आरण्य कन्

आरण्यक

संस्कृतम् (Sanskrit) WN | Sanskrit  Sanskrit |   | 
   See : वन्य, वन्य, वनवासिन्, वन्य

Related Words

आरण्यक   आरण्यकम्   آرَنيَك   આરણ્યક   আরণ্যক   ଆରଣ୍ୟକ   sylvan   untamed   silvan   wild   आरुणेयपद   शारीरब्राह्मण   तैत्तिरीयारण्यक   पंच ग्रंथ   ऐतरेयारण्यक   चिकितानः   पुनर्दत्त   सारण्यक   बृहन्नारायण   बृहन्नारायणी   बृहन्नारायणोपनिषद्   ऐतरेयोपनिषद्   अरण   प्रातीबोधीपुत्र   आरण   वार्कलि , वार्कलिन्   दशग्रंथ   वेदांत   मांडूकेय   माहिदास   पौष्करसादि   प्रियव्रत सोमापि   शांखायन   सुक्त   कौषीतकि   शैखावत्य   संन्यासिन्   नागरक   वात्स्य   वेदाङ्ग   वंग   ऐतरेय   शौनक   दशन्   मगध   नृसिंह   ७२   वालखिल्य   शाकल्य   गृत्समद   बौधायन   मांडव्य   वैशंपायन   हयग्रीव   वेद   व्यास   संकेत   १८   गौतम   पाणिनि   विश्वामित्र   १०   वाल्मीकि   पृथु            હિલાલ્ શુક્લ પક્ષની શરુના ત્રણ-ચાર દિવસનો મુખ્યત   ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା   વાહિની લોકોનો એ સમૂહ જેની પાસે પ્રભાવી કાર્યો કરવાની શક્તિ કે   સર્જરી એ શાસ્ત્ર જેમાં શરીરના   ન્યાસલેખ તે પાત્ર કે કાગળ જેમાં કોઇ વસ્તુને   બખૂબી સારી રીતે:"તેણે પોતાની જવાબદારી   ਆੜਤੀ ਅਪੂਰਨ ਨੂੰ ਪੂਰਨ ਕਰਨ ਵਾਲਾ   బొప్పాయిచెట్టు. అది ఒక   लोरसोर जायै जाय फेंजानाय नङा एबा जाय गंग्लायथाव नङा:"सिकन्दरनि खाथियाव पोरसा गोरा जायो   आनाव सोरनिबा बिजिरनायाव बिनि बिमानि फिसाजो एबा मादै   भाजप भाजपाची मजुरी:"पसरकार रोटयांची भाजणी म्हूण धा रुपया मागता   नागरिकता कुनै स्थान   ३।। कोटी      ۔۔۔۔۔۔۔۔   ۔گوڑ سنکرمن      0      00   ૦૦   ୦୦   000   ০০০   ૦૦૦   ୦୦୦   00000   ০০০০০   0000000   00000000000   00000000000000000   000 பில்லியன்   000 மனித ஆண்டுகள்   
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