मंदोदरी n. रावण की धर्मपरायण पत्नी, जो मयासुर की कन्या थी । यह हेमा अथवा रम्भा नामक अप्सरा से उत्पन्न हुयी थी
[वा.रा.१२.१९, स्कंद.५.३.३५] ;
[ब्रह्मांड.३.६.२८-३०] । अध्यात्मरामायण के अनुसार, राम दाशरथि की पत्नी सीता इसकी ही कन्या थी (सीता देखिये) ।
मंदोदरी II. n. सिंहलद्वीप के चंद्रसेन राजा की कन्या, जिसकी माता का नाम गुणवती था । यह विवाहयोग्य होने पर, चंद्रएन राजा ने इसके विवाह की तैयारी की, एवं इंद्र देश के सुधन्वन् नामक राजा से इसका विवाह निश्चित किया । किन्तु इसने इस विवाह से इन्कार कर दिया, एवं पिता से कहा, ‘पुरुष दगाबाज होते है, इसलिये मैं विवाह करना नही चाहती हूँ’। इसके कहने पर चंद्रसेन राजा ने इसका विवाह निश्चित किया । इसके कहने पर चंद्रसेन राजा ने इसका विवाह स्थगित किया । आगे चलकर मंदोदरी के कनिष्ठ बहन के विवाह की तैयारी हुयी । उस महोत्सव में उपस्थित हुए चारुदेष्ण नामक राजपुत्र पर मोहित हो कर, इसने उसका वरण किया । किन्तु पश्चात् चारुदेष्ण ने इसे धोखा दिया, जिस कारण पुरुषजाति के संबंध में इसकी प्रकट हुयी आशंका सच साबित हुयी ।
मंदोदरी III. n. स्कंद की अनुचरी एक मातृका
[म.श.४५.१७] ।