विपश्र्चित् n. स्वारोचिष मन्वन्तर का इंद्र।
विपश्र्चित् (दृढजयंत लौहित्य) n. एक आचार्य, जो दक्षजयन्त लौहित्य नामक आचार्य का शिष्य था
[जै. उ. ब्रा. ३.४२.१] । लोहित का वंशज होने से, इसे ‘लौहित्य’ पैतृक नाम प्राप्त हुआ होगा।
विपश्र्चित् (शकुनिमित्र पाराशर्य) n. एक आचार्य, जो आषाढ उत्तर पाराशर्य नामक आचार्य का शिष्य था । पाराशर का वंशज होने से, इसे ‘पाराशर्य’ पैतृक नाम प्राप्त हुआ होगा।
विपश्र्चित् II. n. एक राजा, जो विदर्भराजकन्या पीवरी का पति था । अपनी पत्नी से किये पापकर्म के कारण, इसे नरक की प्राप्ति हुई
[मार्क. १३.१३-१५] ।