वेदवती n. एक राजकन्या, जो कुशध्वज जनक की कन्या थी । इसकी माता का नाम मालावती था । इसे सीता का पूर्वजन्मकालीन अवतार माना जाता है । जन्म होते ही इसने मुख से वेदध्वनि निकाला, जिस कारण इसे ‘वेदवती’ नाम प्राप्त हुआ। इसके पिता की इच्छा थी कि, इसका विवाह विष्णु से किया जाय। एक बार शंभु नामक राक्षस ने इससे विवाह करना चाहा, किन्तु अपने पूर्वयोजना के अनुसार कुशध्वज ने उसे ना कह दिया। इस कारण क्रुद्ध हो कर, शंभु राक्षस ने कुशध्वज जनक का वध किया।
वेदवती n. अपने पिता के मृत्यु के पश्र्चात्, यह पुष्करतीर्थ पर जा कर तपस्या करने लगी, जिस कारण अगले जन्म में विष्णु की पत्नी बनने का आशीर्वाद इसे प्राप्त हुआ। इसी आशीर्वाद के अनुसार, अपने अगले जन्मे में यह श्रीविष्णुस्वरूपी राम दशरथि राजा की पत्नी बनी।
वेदवती n. एक बार रावण ने इस पर बलात्कार करना चाहा, किंतु उससे अपनी मुक्तता कर इसने अग्नि प्रवेश कर अपनी इज्जत बचायी। मृत्यु के पूर्व इसने रावण को शाप दिया था । राम दशरथि के द्वारा रावण का वध होने की विधिघटना का यही प्रारंभ हुआ, जिसका स्मरण रावण को अपनी मृत्यु के समय हुआ था
[ब्रह्मवै. २.१४.५२] ;
[वा. रा. उ. १७]