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शक

   { śakḥ, śaka }
Script: Devanagari

शक     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
ŚAKA   A particular sect of people or caste. The following information about the Śakas is gathered from the Mahābhārata.
(i) Śakas were born from the breast of Nandinī, Vasiṣṭha's cow. [Ādi Parva, Chapter 147, Verse 36] .
(ii) Bhīmasena, during his triumphal tour of the eastern regions subjugated the Śakas. [Sabhā Parva. Chapter 32, Verse 14] .
(iii) Nakula conquered them. [Sabhā Parva, Chapter 32, Verse 14] .
(iv) King of the Śakas participated in Yudhiṣṭhira's Rājasūya. [Sabhā Parva, Chapter 51, Verse 32] .
(v) The Pāṇḍavas invited them to take part in the great war. [Udyoga Parva, Chapter 4, Verse 15] .
(vi) They did along with Sudakṣiṇa, king of Kāmboja, service in Duryodhana's army. [Udyoga Parva, Chapter 19, Verse 21] .
(vii) Śrī Kṛṣṇa once conquered them. [Droṇa Parva, Chapter 119, Verse 45] .
(viii) Karṇa once defeated them and conquered their country. [Karṇa Parva, Chapter 8, Verse 18] .
(ix) Śakas who were originally Kṣatriyas were demoted as Śūdras as they incurred the displeasure and anger of brahmins. [Anuśāsana Parva, Chapter 33, Verse 21] .
(x) As the Śakas and the Yavanas had helped the Haihaya kings Paraśurāma, Sagara and Bharata defeated them in war and drove them off from the country. [Bhāgavata, Navama Skandha] .

शक     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  शक जाति के एक राजा शालिवाहन द्वारा चलाया गया एक संवत्   Ex. शक का आरम्भ अठहतरवीं ईसवी में हुआ ।
ONTOLOGY:
अवधि (Period)समय (Time)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
शक-संवत् शक संवत् शक-संवत शक संवत
Wordnet:
benশাক্য সাল
gujશકસંવત
kokशक
malശകവര്‍ഷം
marशक
oriଶକାବ୍ଦ
panਸ਼ਕ
sanशकः
tamஷக் சகாப்தம்
urdشک , شک سنوات
See : आशंका, संशय, शक जाति, तातार

शक     

शक n.  एक विदेशीय जातिसमूह, जो पूर्वकाल में मध्य एशिया के निवासी थे । आगे चल कर ये लोग उत्तर पश्चिम भारत में आ कर रहने लगे । ये लोग ई. पू. २ री शताब्दी में इरान के पूर्व भाग में स्थित प्रदेश में रहते थे, जिस कारण उस प्रदेश को ‘शकस्तान’ अथवा ‘सीस्तान’ कहते थे । ई. स. पू. १७४ में हूण लोगों के आक्रमण के कारण, शक लोग शकस्तान छोड़ने पर विवश हुए, एवं उत्तर पश्चिम भारत में आ कर निवास करने लगे । आगे चल कर ये सुराष्ट्र (काठियवाड) में रहने लगे ।
शक n.  राजशेखर की काव्यमीमांसा में उत्तरपश्चिम भारत में निवास करनेवाले लोगों में शक लोगों का निर्देश हूण, कांबोज एवं वाह्लिक लोगों के साथ प्राप्त है । पतंजली के व्याकरण महाभाष्य में इनका निर्देश प्राप्त है [पा. सू. ३.७५ भाष्य.] । महाभारत में इनका निर्देश वाह्लिक लोगों के साथ प्राप्त है, एवं युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ के समय, भीम के द्वारा किये गये पूर्व दिग्विजय में इन्हें जीते जाने का निर्देश वहाँ प्राप्त है [म. स. २७.२८९] । नकुल ने भी अपने पश्चिम दिग्विजय में इन्हें जीता था [म. स. २९.१५. पाठ.] । युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में ये लोग भेंट ले कर उपस्थित हुए थे [म. स. ५१.२६] । मध्यपुराण में इन्हें चक्षु नदी के तट पर निवास करनेवाले लोग कहा गया है, एवं तुषार, पह्लव, पारद, ऊर्ज, औरस लोगों के साथ इनका निर्देश प्राप्त है [मत्स्य. १२१.४५-५१] । मार्कंडेय में इन्हें सिधुदेशनिवासी कहा गया है [मार्क. ५७.३९] । ‘अलाहाबाद प्रशस्तिलेख’ से प्रतीत होता है कि, समुद्र गुप्त के द्वारा परास्त हुए विजातीय लोगों में शक मुरुंड शब्द का अर्थ ‘राजा’ अभिप्रेत है, एवं सुराष्ट्र प्रदेश में रहनेवाले शक लोगों के राजाओं की ओर इस शिलालेख में संकेत किया गया है । महाभारत में इन्हें नंदिनी गाय के गोबर से होने का निर्देश प्राप्त है [म. आ. १६५.३५] । इस निर्देश से प्रतीत होता है कि, ये लोग महाभारतकाल में निंद्य माने जाते थे । ये लोग पहले क्षत्रिय थे, किन्तु बाद में ये शूद्र बने [म. अनु. ३३.३१]
शक n.  इस युद्ध में, ये लोग कांबोजराज सुदक्षिण के साथ दुर्योधन के पक्ष में शामिल थे [म. उ. १९.२१] । सात्यकि ने इन लोगों का संहार किया था [म. द्रो. ९५.३८] । कर्ण ने भी इन्हें परास्त किया था [म. क. ५.१८] । भागवत के अनुसार, शक एवं यवन लोंग हैहय राजाओं के सहायक थे । इसी कारण परशुराम, सगर एवं भरत राजाओं ने इन्हें परास्त किया था, एवं इनकी अर्धस्मश्रु कर, एवं विरूप कर इन्हें छोड़ दिया था [भा. ९.८.५] । इन लोगों को वेदाधिकार प्राप्त नहीं था, जिस कारण ये आगे चल कर म्लेच्छ बन गये थे [भा. ४.३.४८]
शक II. n.  (मौर्य. भविष्य) एक राजा, जो बृहद्रथ मौर्य राज का पुत्र था [मत्स्य. २७२.२४]
शक III. n.  अठारह राआजों का एक समूह, जो शिशुनाग राजाओं का समकालीन था [मत्स्य. ५०.७६]

शक     

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani
noun  शक जुंव्यार रावताले आनी म्लेच्छां मदीं तांची गणटी जाताली अशी एक पुर्विल्ली अनार्य जात   Ex. शक जातीच्या कांय सदस्यांनी भारताच्या कांय भागांचेर राज्य केल्लें
ONTOLOGY:
समूह (Group)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
शक जात
Wordnet:
benশক জাতি
gujશક જાતિ
hinशक जाति
kanಶಕ
malശക്കന്മാര്
marशक जाती
oriଶକଜାତି
sanशकजातिः
tamபழங்காலத்திய இனம்
telమ్లేచ్చజాతి
urdشک , شک ذات
noun  शक जातीचो एक राजा शालिवाहनान चलयिल्लें एक संवत   Ex. शकाची सुरवात अठराव्या इसवींत जाल्ली
ONTOLOGY:
अवधि (Period)समय (Time)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
शके
Wordnet:
benশাক্য সাল
gujશકસંવત
hinशक
malശകവര്‍ഷം
marशक
oriଶକାବ୍ଦ
panਸ਼ਕ
sanशकः
tamஷக் சகாப்தம்
urdشک , شک سنوات
See : यूग

शक     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
Doubt: also suspicion, misgiving, evil surmise.
A period commencing from an epoch or a date at which some sovereign established a computation of time, an era. Ex. नर्मदेचे अलीकडे शालिवाहनशक चालतो पलीकडे विक्रमशक चालतो. 2 शक is especially applied to an era which is dependent on the solar year, and dates from the birth of शालिवाहन. It commences on the 1st of वैशाख 3179 of कलियुग, or on Monday 14th March 78 A. D. Julian style. 3 Reign, the period of a king's government: also rule, domination, sway, authoritative direction. 4 Familiarly. Superiority or ascendancy over; upperhandedness or mastery. v चढ, बस, लाग, g. of s. & वर of o. 5 A people or an individual of it. They are the followers or descendants of शाक or शालिवाहन. शक गाजविणें To become conspicuously eminent; to rise into glorious celebrity.

शक     

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English
 m  An era. Rule. Superiority. Doubt.

शक     

ना.  शंका , संदेह , संशय ;
ना.  कुतर्क , कुशंका . भीती .

शक     

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi
noun  शालिवाहन नावाच्या राजाने चालवलेली काल मोजण्याची पद्धत   Ex. दक्षिणेत शकाचे महिने अमांत तर उत्तरेत पूर्णिमांत असतात.
ONTOLOGY:
अवधि (Period)समय (Time)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benশাক্য সাল
gujશકસંવત
hinशक
kokशक
malശകവര്‍ഷം
oriଶକାବ୍ଦ
panਸ਼ਕ
sanशकः
tamஷக் சகாப்தம்
urdشک , شک سنوات

शक     

 पु. १ ज्या दिवसापासून एखादा राजा एखाद्या कृत्याची किंवा आपल्या राज्यारोहणाची कालगणना सुरू करतो किंवा एखादी महत्त्वाची गोष्ट घडते त्या दिवसापासूनचा काल ; वर्षकालगणना . हिंदुस्थानांत अनेक शक होते . - ज्ञाकोविभाग ५ पहा . नर्मदेचे अलीकडे शालिकाहन शक चालतो , पलीकडे विक्रमशक चालतो . २ ( विशेषत : ) शालिवाहनाच्या जन्मदिवसापासूनचा किंवा त्यानें विक्रमाचा पराभव केल्या पासूनचा काल . - शकसंवत्सराचा उल्लेख शकाब्द ३८० तल्या एका जैन ग्रंथांत सांपडतो . याचा शालिवाहनाशीं संबंध विजयानगरच्या बुक्करायानें ( शके १२७६ ) जोडून दिलेला दिसतो . - मसाप १ . २ . शातवाहन पहा या कालाचा आरंभ वैशाख शु॥ १ कलियुगाचें ३१७९ वें वर्ष , सोमवार ता . १४ मार्च इ . स . ७८ . ३ एक लोकराष्ट्र ; शाक ; शाक ( त ) वाहनाचे - शालिवाहनाचे अनुयायी . ४ राज्य ; राजाची कारकीर्द . ५ अधिकार ; आधिपत्य ; अधिकाराचा हूकूम ; आज्ञा . ६ श्रेष्ठपणा ; वर्चस्व ; वरचढपणा . ( क्रि० अमक्यावर शक चढणें ; बसणें ; लागणें ). ७ हुकमत ; दरारा . श्रीमंतांचे प्रतापें मोठा शक केला . [ सं . शक - ऐश्वर्य या धातूवरून - राजवाडे ].
 पु. १ शंका ; संशय ; संदेह . २ भीति ; कुशंका ; कुतर्क . - इमं १९८ . [ अर . शक्क ]
०अंदेशा  पु. संशय ; भय . कोणेविशीं शक - अंदेशा न धरणें . - रा १५ . ६४ .
०कर्ता  पु. १ ज्याच्या नांवें वर्षगणना चालते तो ; शक संस्थापक . २ धर्म , पंथ , संप्रदाय इ० स्थापन करणारा . कलियुगांत ६ शककर्ते होतील . ३ ( सांके . ) छत्रपती शिवाजी . - पया ३८९ . [ सं . ] शकाब्द - न . शालिवाहन शकाचें वर्ष . [ सं . ] शके - अ . शकामध्यें , शकारंभापासून , ( संवत्सरसंख्येपूर्वी प्रयोग ). शके सतराशे बावन्न . [ शक शब्दाचें सप्तम्यंत रूप ]
०दील वि.  साशंकचित्त . रयत शकदील होऊन तजावजा झाली आहे . - ब्रच २७ .
०शूभ  पु. शंका ; संशय . शकशूभ दिलांत न आणितां करारमोजीब खातरखा सजा करावी . - पया ४६६ . [ अर . शक + शुभ ] शकी - वि . शंकी पहा .

शक     

नेपाली (Nepali) WN | Nepali  Nepali
See : आशङ्का

शक     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
शक   1. See सु-श॑क.
शक  n. 2.n. excrement, ordure, dung (cf.शकन्, i, शकृत्), [AV.]
कश   water (v.l. for ), [Naigh. i, 12]
शक  m. m. a kind of animal, [Pañcar.] (v.l.शल)
शुक   w.r. for , [MBh. xiii, 2835]
शक  m. 3.m. pl.N. of a partic. white-skinned tribe or race of people (in the legends which relate the contests between वसिष्ठ and विश्वामित्र the शकs are fabled to have been produced by the Cow of वसिष्ठ, from her sweat, for the destruction of विश्वामित्र's army; in [Mn. x, 44] , they are mentioned together with the पौण्ड्रकs, ओड्रs, द्रविडs, काम्बोजs, जवनs or यवनs, पारदs, पह्लवs, चीनs, किरातs, दरदs, and खशs, described by, [Kull.] as degraded tribes of क्षत्रियs called after the districts in which they reside: according to the [VP. iv, 3] , king सगर attempted to rid his kingdom of these tribes, but did not succeed in destroying them all : they are sometimes regarded as the followers of शक or शालि-वाहन, and are probably to be identified with the Tartars or Indo-Scythians [Lat. Sacae] who overran India before the Āryans, and were conquered by the great विक्रमादित्य [q.v.]; they really seem to have been dominant in the north-west of India in the last century before and the first two centuries after the beginning of our era), [AV.Pariś.] ; [Mn.] ; [MBh.] &c.
कम्बोजादि   a king of the शकs g. (on, [Pāṇ. 4-1, 175] , Vārtt.)
-काल   an era, epoch (cf.)
ROOTS:
काल
a year (of any era), [Inscr.]
a partic. fragrant substance, [Gal.]

शक     

शकः [śakḥ]   1 N. of a king (especially applied to Śālivāhana; but scholars do not seem to have yet agreed as to the precise meaning and scope of the word).
An epoch, era (the term is especially applied to the era of Śālivāhana which commences 78 years after the Christian ear).
-काः   (m. pl.)
 N. N. of a country.
 N. N. of a particular tribe or race of people (mentioned in [Ms.1.44] along with the Pauṇḍrakas &c.; see [Mu.5.11] also). -Comp.
-अन्तकः, -अरिः   epithets of king Vikramāditya who is said to have exterminated the Śakas.
-अब्दः, -कालः   a year of the Śaka era.-कर्तृ,
-कृत्  m. m. the founder of an era.

शक     

Shabda-Sagara | Sanskrit  English
शक  m.  (-कः)
1. A sovereign, and prince who gives his name to an era, especially applied to SĀLIVĀHANA.
2. A particular caste, the followers or descendants of ŚAKA or SĀLIVĀHANA.
3. A country. m. plu. (-काः)
1. The inhabitants, the Sacæ, the Scythians.
2. An era: see शाक.
E. शक् to be able, aff. अच् .
ROOTS:
शक् अच् .

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