आक्रम् [ākram] 1.
[U.] To go towards or near, approach; अन्तरिक्षम्, आश्रमम् &c.
To step or tread upon; आ वो मूर्धानमक्रमीम्
[Rv.1.166.5;] enter, fill, take possession of, cover, भुजगपतिरयं मे मार्गमाक्रम्यं मे मार्गमाक्रम्य सुप्तः
[Mk.9.12] covering; खं केशवोऽपर इवाक्रमितुं प्रवृत्तः 5.2; छायामप्याक्रमितुम्
[Ve.3;] [Śi.8.28] to enter or cross;
[Ms.4.13;] [Y.1.152;] पदा मस्तकमाक्रम्य
[Ms.11.43;] जम्बुद्वीपमाक्रम्य
[H.3;] आक्रामति धूमो हर्म्यतलम् Mbh. and Kāśi. on
[P.1.3.4.] To occupy, extend over; योजनानां सहस्राणि बहूनाक्रम्य तिष्ठति
[Ks.1.15.] To attack, invade, seize, fall upon, conquer, overcome, vanquish; पक्षिशावकानाक्रम्य
[H.1;] सर्वस्वं ग्रसते बन्धु- राक्रम्य ज्ञातिभावतः 2.97; पौरस्त्यानेवमाक्रामंस्तांस्ताञ्जनपदाञ्जयी
[R.4.34;] [H.4;] तं न ... शेकुराक्रमितुमन्यपार्थिवाः
[R.19.48;] [Śi.1.7.] To surpass, excel, eclipse.
To undertake, begin, commence.
(Ā.) To rise, come up (as the sun); यावत्प्रतापनिधिराक्रमते न भानुः
[R.5.71,] आक्रमते सूर्यः Mbh. on
[P.I.3.4.] To ascend, mount, occupy (as sky, throne &c.); अजो नाकमा क्रमतां तृतीयम्
[Av.9.5.1.] दिवमाक्रममाणेव
[Bk.8.23;] [Śi.18.14,51;] सिंहासनम्˚, स्वर्गलोकम्˚; ध्वजम्˚ &c.
to lie heavily upon, to press (as a load). (For further illustrations of the several senses see आक्रान्त below). -Caus. (क्र-क्रा-मयति) To cause to enter, introduce, show into; स तैराक्रमयामास शुद्धान्तम्
[Ku.6.52.]