क्रम् [kram] 1 U., 4. P. (क्रामति, क्रमते, क्राम्यति, चक्राम, चक्रमे, अक्रमीत्, अक्रस्त, क्रान्त)
To walk, step, go; क्रामत्यनुदिते सूर्ये वाली व्यपगतक्लमः Rām.; गम्यमानं न तेनासीदगतं क्रामता पुरः
[Bk.8.2;25.] To go to, approach (with acc.).; देवा इमान् लोकानक्रमन्त
[Śat. Br.] To pass or go over, go across, traverse;
[U.2.13;] सुखं योजनपञ्चाशत्क्रमेयम्
[Rām.] To leap, jump; क्रमं वबन्धं क्रमितुं सकोपः (हरिः)
[Bk. 2.9.5.51.] To go up, ascend; क्रामत्युच्चैर्भूभृतो यस्य तेजः
[Śi.16.83.] (a) To cover, occupy, take possession of, fill; क्रान्ता यथा चेतसि विस्मयेन
[R.14.17.] (b) To reach up to, pervade, penetrate; क्रामद्भिर्घनपदवीमनेकसंख्यैः
[Ki.5.34.] To surpass, excel; स्थितः सर्वोन्नतेनोर्वीं क्रान्त्वा मेरुरिवात्मना
[R.1.] 14.
To undertake, strive after, be able or competent for, show energy for (with dat. or inf.); व्याकरणाध्यय- नाय क्रमते Sk; धर्माय क्रमते साधुः Vop; व्युत्पत्तिरावर्जितकोविदापि न रञ्जनाय क्रमते जडानाम्
[Vikr.1.16;] हत्वा रक्षांसि लवितुमक्रमी- न्मारुतिः पुनः । अशोकवनिकामेव
[Bk.9.23.] To be developed or increased, to have full scope, be at home (with loc.); कृत्येषु क्रमन्ते
[Dk.17;] क्रमन्तेऽस्मिञ्शास्त्राणि, or ऋक्षु क्रमते बुद्धिः Sk. क्रममाणोऽरिसंसदि
[Bk.8.22.] To succeed, have effect (Atm.); न चक्रमस्याक्रमताधिकं धरम्
[Śi.1.54.] To be repeated (as a letter or word in the arrangement called क्रम q. v.)
To fulfil, accomplish.
To have sexual intercourse with; to cover (in copulation); क्रमस्पर्श इव रोहितमनवग्लायता सदा
[Av.4.4.7.] (By वृत्तिसर्गतायनेषु क्रमः
[P.I.3.38;] क्रम् by itself is used in the Ātm. in the sense of 'continuity' or 'want of interruption', 'energy or application', and 'development or increase', and also 'conquering or getting over.)-Caus. (क्रमयति, क्रामयति)
To cause to go &c.
To repeat a letter (as in the क्रम arrangement). -Desid. चिक्रमिषति, चिक्रंसते &c.