दुर्वारण n. जालंधर दैत्य का दूत । जालंधर की आज्ञानुसार, क्षीरसागर से देव-दैत्यों ने निकाले चौदह रत्न मॉंगने के लिये, ये इंद्र के पास गया । परंतु उन्हें देने से इन्कार कर, इंद्र ने जालंधर से युद्ध घोषित किया । पश्चात् देव दैत्यों का संग्राम हो कर, उस में यम के साथ इसका युद्ध हुआ
[पद्म.उ.५] । बाद में विष्णु या शंकर में से प्रथम किससे युद्ध किया जावे, यह समस्या जालंधर कें सामने आई । तब इसने उसे सलाह दी, ‘वह प्रथम शंकर से युद्ध करें’
[पद्म.उ.१६] ।