पर्जन्य n. एक देवता । ऋग्वेद में इस देवता का वर्णन तीन सूक्तों में आया है । इसे वृषभ
[ऋ.५.८३.१] ;
[अ. वे.४.१५.१] ।, वशा
[ऋ.७.१०१.३] , पिता
[ऋ.९.८२.३] ;
[अ.वे.४.१५.१२] , पृथ्वी की माता, एवं पर्जन्य का पिता
[अ.वे.१०.१०.६] कहा गया है । यह वशा के पत्नी कही गयी है । इसेमें एवं इंद्रदेवता में काफी साम्य है
[ऋ.८.३.१] ।
पर्जन्य II. n. रैवत मन्वंतर का एक सष्तर्षि ।
पर्जन्य III. n. फाल्गुन माह में भ्रमण करनेवाला सूर्य
[भा.१२.११.४०] । इसके साथ निम्नलिखित लोग रहते हैः--- (१) ऋतु नामक यक्ष, (२) वर्चस् नामक राक्षस, (३) भरद्वाज नामक ऋषि, (४) विश्वा नामक अप्सरा, (५) सेनजित् नामक गंधर्व, तथा (६) ऐरावत नामक नाग ।
पर्जन्य IV. n. कश्यप एवं मुनि के पुत्रों में से एक देवगंधर्व
[म.आ.५९.४३] । पाठभेद ‘प्रद्युम्न’ । यह अर्जुन के जन्मोत्सव में उपस्थित था
[म.आ.११४.४५] ।