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विदूरथ

   { vidūratha }
Script: Devanagari

विदूरथ     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
VIDŪRATHA I   A king of the Vṛṣṇi dynasty. Information got from Mahābhārata about this king is given below.
(i) Vidūratha also was present at the Svayaṁvara marriage of Draupadī. [M.B. Ādi Parva, Chapter 185, Stanza 19] .
(ii) In [Mahābhārata, Ādi Parva, Chapter 218, Stanza 10] , mention is made that the brightness of this king increased after his participation in the festival conducted on mount Raivata.
(iii) Vidūratha was one of the seven famous and mighty kings of the Yadu dynasty. [M.B. Sabhā Parva, Chapter 60, Stanza 14] .
(iv) Vidūratha was a close friend of Śiśupāla, Śālva, Jarāsandha and so on. Jarāsandha employed this Vidūratha as the guardian of the Eastern entrance of the city of Mathurā. When Śrī Kṛṣṇa killed his brother Dantavaktra, Śālva, Śiśupāla and others, Vidūratha ran to take revenge on Kṛṣṇa. But he was killed by Śrī Kṛṣṇa. [Bhāgavata, Skandha 10] .
(v) It is mentioned in [Mahābhārata, Svargārohaṇa Parva, Chapter 5, Stanza 16] , that after death he joined the Viśvadevas.
VIDŪRATHA II   A king of the Pūru dynasty. It is mentioned in [Mahābhārata, Ādi Parva, Chapter 49, Stanza  75] , that Ṛkṣavān hid the son of this king in a mountain and saved him from the Kṣatriya-extermination of Para- śurāma and at that time spotted leopards brought up this child.
VIDŪRATHA III   A king who was the friend of the hermit Bhalanda. This king had two sons named Sunīti and Sumati and a daughter named Mudāvatī. One day while Vidūratha was hunting in the forest, he saw a cleavage on the earth caused by the yawning of Kujṛmbhāsura. The king stood there for a while looking at the cleavage. Then the hermit Suvrata who had been standing close by approached the king and said. “This asura Kujṛmbha has a divine pestle with him. Because of the possession of this pestle he has become invincible and is a threat to the whole world.” Vidūratha, who knew everything from Suvrata, lived cautiously. One day his daughter was carried away by this Kujṛmbhāsura. Sunīti and Sumati confronted the asura to rescue their sister but were made captives. Finally Vatsapri, the son of the hermit Bhalanda killed the Rākṣasa (giant) and liberated princess Mudāvatī. [Mārkaṇḍeya Purāṇa, Chapter 113] .

विदूरथ     

विदूरथ n.  (सो. यदु. क्रोष्टु. ) एक यादव राजा, जो भजमान राजा का पुत्र था [ब्रह्मांड. ३.७१.१३६]
विदूरथ II. n.  (सो. यदु. वृष्णि.) एक यादव राजा, जो चित्ररथ राजा का पुत्र था । इसके पुत्र का नाम शूर था [भा. ९.२४.१८]
विदूरथ III. n.  (सो. यदु. वृष्णि.) एक वृष्णिवंशीय क्षत्रिय, जो वृद्धशर्मन् एवं वसुदेवभगिनी श्रुतदेवा का पुत्र था । इसके भाई का नाम दन्तवक्र था । यह रुक्मिणी तथा द्रौपदी के स्वयंवर में उपस्थित था [म. आ. १८६] । यह शिशुपाल, शाल्व, जरासंध आदि का मित्र था, एवं जरासंध ने मथुरा नगरी के पूर्वद्वार का संरक्षण करने के लिए इसकी नियुक्ति की थी । इसका भाई दन्तवक्र तथा शाल्व, शिशुपाल आदि का श्रीकृष्ण के द्वारा वध होने के पश्र्चात्, उनकी मृत्यु का बदला लेने के लिए इसने कृष्ण पर आक्रमण किया। किन्तु उसने इसका मस्तक काट कर इसका वध किया [भा. १०.७८.११-१२]
विदूरथ IV. n.  (सो. क्रोष्टु.) एक यादव राजा, जो लोमपादवंशीय विधृति राजा का पुत्र था । इसे ‘उदर्क’ एवं ‘दाशार्ह’ नामान्तर प्राप्त थे [अग्नि. २७५.१९-२०] । पद्म, एवं मत्स्य में इसे निर्वृति राजा का पुत्र कहा गया है, एवं दशाई राजा का पिता कहा गया है [पद्म. सृ. १३] ;[मत्स्य. ४४.४०]
विदूरथ IX. n.  एक राजा, जो भलंदन ऋषि का मित्र था । इसके सुनीति एवं सुमति नामक दो पुत्र, एवं मुदावती नामक एक कन्या थी ।
विदूरथ IX. n.  एक बार यह जंगल में मृगया के हेतु गया था, जहाँ इसने बहुत बडी दरार देखी, जो कुजृंभ राक्षस की जमुहाई से भूमि पर पड़ी हुई दरारों में से एक थी । वहाँ पास ही बैठे हुए सुव्रत मुनि ने इसे बताया, ‘कुजृंभ राक्षस के पास एक दैवी मूसल है, जिसके कारण वह अजेय बन कर पृथ्वी के सारे लोगों त्रस्त कर रहा है’। आगे चल कर कुजृंभ ने इसकी कन्या मुदावती का हरण किया, एवं उसका वध करने गये सुनीति एवं सुमति नामक इसके दोनों पुत्रों को कैद किया। फिर इसके मित्र भलंदन ऋषि के पुत्र वत्सप्रि ने कुजृंभ का वध किया, एवं मुदावती की मुक्तता कर उससे विवाह किया [मार्क. ११३]
विदूरथ V. n.  सावर्णि मनु के पुत्रों में से एक [ब्रह्मांड. ४.१.९४]
विदूरथ VI. n.  (सो. पुरू.) एक राजा, जो सुरथ राजा का पुत्र एवं सार्वभौम राज का पिता था [भा. ९.२२.१०]
विदूरथ VII. n.  चंपक नगरी के हंसध्वज राजा का भाई।
विदूरथ VIII. n.  दक्षिण भारत का एक राजा, जिसने अपनी कन्या दिष्टवंशीय राज्यवर्धन राजा को विवाह में प्रदान की थी ।

विदूरथ     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
विदूरथ  m. m. (perhaps for विदूर-रथ) N. of a मुनि, [VarBṛS.]
of a son of the 12th मनु, [Hariv.]
of a king, ib.
of a descendant of वृष्णि, [MBh.]
of a son of कुरु, ib.
of a son of भजमान and father of शूर, [Hariv.] ; [Pur.]
of a son of सु-रथ and father of ऋक्ष (सार्वभौम), ib.
of a son of चित्र-रथ, [BhP.]
of the father of सु-नीति and सु-मति, [MārkP.] &c.
of a man who was killed by his wife
cf.[Kām. vii, 54] ; [Vās.,] Introd., p.53.

Related Words

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