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राक्षस

   { rākṣasa }
Script: Devanagari

राक्षस     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
RĀKṢASA I   A particular sect of asuras. The ancients had ordained that Rākṣasas should not be killed at dusk. Vālmīki Rāmāyaṇa, Bālakāṇḍa, Canto 22, Verse 22). Uttararāmāyaṇa, contains the following story about the origin of Rākṣasas. When Brahmā was reciting the Vedas at the beginning of Kṛtayuga he felt very hungry and certain forms emanated from his face. Those who were born from his anger assumed the form of Rākṣasas and those from his hunger that of Yakṣas. The Rākṣasas turned out to be evil folk killing and eating cows and brahmins. Praheti and Heti were the first born Rākṣasas, the latter of whom wedded Bhayā, daughter of Kāla, and to them was born a son called Vidyutkeśa. He married Sālakaṭaṅkā, daughter of Sandhyā. Though a child was born to them they forsook it in the Himālayan slopes and went their own way. At that time Śiva and Pārvatī came that way and after blessing the child returned to Kailāsa. The child was named Śukeśa. He married Devavatī, daughter of the Gandharva called Maṇimaya and three children were born to the couple, viz. Mālyavān, Sumālī and Mālī. They did tapas to propitiate Brahmā and when he appeared requested him thus: “We must defeat Yakṣas Kinnaras, Gandharvas, Siddhas, Vidyādharas, Yama, Kubera, Vāsava, Nāga kings and daityas and dānavas and we must not be defeated by any one. We must kill all enemies and they shall not kill us. We three shall never quarrel among ourselves.” Brahmā granted all their prayers. The three, proud and haughty due to these boons, began roaming about consuming cows and brahmins. They asked Viśvakarmā to build a city for them and he built for them Laṅkā on Mount Trikūṭa in the south sea. The three brothers took their abode in Laṅkā Mālyavān, Sumālī and Mālī married respectively Sundarī. Ketumatī, and Vasudhā, daughters of the Gandharva woman Narmadā Mālyavān begot of Sundarī seven sons called Vajramuṣṭi Virūpākṣa, Durṃukha, Suptaghna, Yajñakośa, Matta, and Unmatta, and also a daughter called Nalā. To Sumālī were born of Ketumatī ten sons and also four daughters. Four sons were born to Mālī of his wife Vasudhā, and they became the ministers of Vibhīṣaṇa. Then thousands of Rakṣasas were born as sons, grandsons, brothers, nephews, etc. to the above and they lived in Laṅkā, a terror to the whole world. While the daughters of Sumālī, Vekā, Puṣpotkaṭā, Kaikasī and Kumbhīnasī were once walking in the forest they saw Kubera on a visit to Brahmā in all pomp and glory. They understood that Kubera owed his pomp and glory to his being the son of Viśravas and therefore, the next day one of the four, Kaikaśī, went to Viśravas's āśrama and prayed for children by him. Three sons called Rāvaṇa, Vibhīṣaṇa and Kumbhakarṇa and a daughter called Śūrpaṇakhā were born to her by Viśravas. They secured boons by performing tapas and Rāvaṇa lived in Laṅkā as king of the Rākṣasas.
RĀKṢASA II   An approved system of marriage. (See under Vivāha).

राक्षस     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  धर्म-ग्रंथों में मान्य वे दुष्ट आत्माएँ जो धर्म विरोधी कार्य करती हैं तथा देवताओं, ऋषियों आदि की शत्रु हैं   Ex. पुरातन काल में राक्षसों के डर से धर्म कार्य करना मुश्किल होता था ।
HYPONYMY:
शिवि राहु हिरण्यकश्यप महिषासुर केतु जालंधर मारीच मेघनाद कालनेमि शंखासुर शंखचूड़ वत्सासुर बकासुर तारकासुर अहिरावण त्रिशिरा खर दूषण अघ प्रहेति हेति कुवलयापीड़ यज्ञशत्रु जटासुर नरकासुर पवीनव वरशिख मकराक्ष शालकटंकट भागासुर प्रजंघ वृषभासुर ध्वजग्रीव निखर्वट कुंभकर्ण रावण अकंपन कबंध माली हिडिंब महिरावण शंबसादन शकटासुर शंबर मत्स्यासुर हिरण्याक्ष अतिनाभ सुमाली सुकेशि मेरक धूम्रलोचन अलंबुष केशि कैटभ मधु आतापि बाणासुर गय चंड मुंड धुंधु निकुंभ शुंभ निशुंभ पंचजन मुर रंभ रक्तबीज लवणासुर वल्वल कोक विकोक वृकासुर वृत्रासुर विभावसु शताक्ष अंधक अरिष्ट आडि इंद्रदमन तारकाक्ष नमुचि पाक बल भीमरथ वातापि विरूपाक्ष सृगालवदन चित्रधर्मा कुंभांड पातालकेतु विद्युत्माली सुंद निसुंद सुहोत्र हेममाली हरिश्मश्रु वल देवांतक वृषपर्वा वेदमुंड चंद्रबाहु सुकेतु पुलोम पुष्कर पुष्पवाण यज्ञकेतु यज्ञकोप यक्षरुचि यज्ञसेन सुभीम रतिलोल शंभु शालवदन श्येनगामी शतानीक शशिध्वज सखर दंष्ट्राल समुन्नद रणोत्कट रश्मिकेतु रश्मिक्रीड़ा भस्मासुर कालकेतु विद्रावण व्याघ्रभट शंबूका त्र्यक्ष महाजिह्व महादैत्य महाध्वनि महानाभ महागर्भ महाचक्र महाबाहु बलीन रुरु भद्रायुध रुचिप्रभ यूपाक्ष महादंष्ट्र विद्युत्-केश विद्युज्जिह्व हयग्रीव सुपर्णयातु सुनायक सुरस्कंध मर्कटक मीनाक्ष रभेणक दुर्मुख दुर्धर असिलोमा महार्णव तोषल निमोची सहवसु विप्रचित् विराध निल महामाया विटभूत प्रघस देवयात्री गजकर्ण दीर्घजिह्व प्रहस्त वीरमर्दन धुरंधर मित्रज्ञ मित्रघ्न सुदंष्ट्र अंगारक अघोर अरूरु कुंभिल चक्रवर्मा जंभ नरक पुष्कल भंडासुर हृष्टरोमा अंगिरावृत अजासुर वनासुर अजामुख अमृतप अयोमुख अश्रप अश्वशिरा इल्वल ऊर्णनाभ एकचक्र एकाक्ष कुंभनाभ केतुवीर्य गविष्ठ दुंदुभि धूम्रकेश प्रलंब मरीचि महाबल धूम्राक्ष महोदर मेघवान विश्वजित वीरसेन वैश्वानर सूर्यनाभ शकुनि शरभ उत्कच उपसुंद कलिंग गवेष्ठि पुंड्र भीमक रैवत वल्लव विवस्वान व्यंस संह्लाद साल्व सुबाहु शतबाहु व्याघ्राक्ष विकंपन माल्यवान वज्रमुष्टि सुप्तघ्न विद्युविह्वा कालका मत्त उन्मत्त प्रहस्त्र विकट कालिकामुख दंड सुपार्श्व संह्नादि प्रधस भारकर्ण अनल अनिल हर निऋति चार्वाक घस क्रथन कुहप किर्मीर अलायुध अतिकाय नरांतक मंचकासुर धेनुक तृणावर्त मुष्टिक द्विविद पर्वण बाष्कल दुर्द्धर्ष दुर्द्धर महास्वन महासुर द्रोणस नर सुप्रभ सुप्रसाद सुभगदत्त सुमति सुकुमार धूमशिखा महाकपाल वक्र वीतभीत नार्मर मतंग वाजिशिरा विचक्र पृथिवीजय पद्ममाली कीचक वृकदंत वृषपर्व्वा शिशुनाग द्विचक्र अरुण विद्युत्प्रभ विनाशन बलाहक नाड़ीजंघ निचंद्र शल बृहत्कीर्ति कुजंभा बलाक बल्वल शंकुशिर प्रमाथी जंबुमाली रत्नासुर अलम्बस संयम चातुर्दश त्रिशिर त्रिशिख नेमि असुरसेन मरु पूरु वज्रकेतु वज्रदंष्ट्र सर्पास्य सर्पि उग्र प्रकंपन
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
असुर दैत्य दैत निशाचर निशिचर दानव जातुधान यातुधान तमीचर तमाचारी नैरृत नैऋत अनुशर अपदेवता ध्वांतचर ध्वान्तचर कर्बर देवारि कर्बुर कैकस तमचर सुरद्विष पलाद पलादन अमानुष नृमर रात्रिबल रात्रिमट निशाविहार निषकपुत्र रक्तप पलंकष ह्रस्वकर्ण रेरिहान रैनचर त्रिदशारि लंबकर्ण लम्बकर्ण नरांश तरंत तरन्त रक्तग्रीव कीलालप अविबुध नैकषेय आशर अशिर दतिसुत अश्रय आकाशचारी आसर रजनीचर आस्रप
Wordnet:
asmৰাক্ষক
benঅসুর
gujરાક્ષસ
kanರಾಕ್ಷಸ
kokराकेस
malരാക്ഷസന്മാര്
marराक्षस
mniꯍꯤꯡꯆꯥꯕ
oriରାକ୍ଷସ
sanअसुरः
tamராட்சசர்
telరాక్షసులు
urdبدروح , شیطان , بھوت
noun  क्रूर,अत्याचारी और पापी व्यक्ति   Ex. कुछ राक्षसों ने मिलकर निर्दोष गाँववासियों को मौत के घाट उतार दिया ।
ONTOLOGY:
व्यक्ति (Person)स्तनपायी (Mammal)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
अमनुष्य असुर दानव दैत्य
Wordnet:
asmঅসুৰ
bdरायखस
benরাক্ষস
kanರಾಕ್ಷಸ
kasراکشَس , دیٛو
kokराक्षस
malരാക്ഷസന്
oriଅସୁର
panਰਾਕਸ਼
sanराक्षसः
tamராட்சசன்
urdوحشی , درندہ , شیطان , خبیث , فتنہ انگیز , فسادی , شریر , پلید , بدکار
See : राक्षस विवाह

राक्षस     

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani
noun  क्रूर, अत्याचारी आनी पापी व्यक्ती   Ex. कांय राक्षसांनी मेळून निर्दोश गांवकारांक मारले
ONTOLOGY:
व्यक्ति (Person)स्तनपायी (Mammal)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
दानव असूर दैत्य
Wordnet:
asmঅসুৰ
bdरायखस
benরাক্ষস
kanರಾಕ್ಷಸ
kasراکشَس , دیٛو
malരാക്ഷസന്
oriଅସୁର
panਰਾਕਸ਼
sanराक्षसः
tamராட்சசன்
urdوحشی , درندہ , شیطان , خبیث , فتنہ انگیز , فسادی , شریر , پلید , بدکار
See : राकेस

राक्षस     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
A demon or fiend variously described; as a Titan or enemy of the gods in a human or superhuman form; as an attendant on Kubera and guardian of his treasures; as a fierce goblin or ogre haunting cemeteries, animating dead bodies &c. 2 Applied to any ferocious, monstrous, hideous, gluttonous, sleepyheaded man.

राक्षस     

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English
 m  A demon. A monstrous man.

राक्षस     

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi
noun  पुराणांत वर्णिलेले धर्मविरोधी कृत्ये करणारे देव व साधू यांचे शत्रू   Ex. यज्ञात राक्षसांनी विघ्न आणू नये म्हणून विश्वामित्रांनी रामाला यज्ञाचे संरक्षण करण्याची आज्ञा केली
HYPONYMY:
राहू हिरण्यकशिपू महिषासुर केतू वृषपर्वा कुवलयापीड वृकदंत वृषपर्व्वा शिशुनाग पूरु विद्युत्केश महादंष्ट्र रावण सहवसू महार्णव कुंभकर्ण अलम्बस प्रजंघ धुरंधर दूषण खर अहिरावण हिडिंबा भस्मासुर बकासुर जालंदर नरकासुर तारकासुर अघासुर शुंभ निशुंभ मधू हयग्रीव वृषभासुर कबंध चंड अरिष्ट नमुची बल विद्युत्माली सुहोत्र शिवी पुष्कर मुंड शंभू शंबूका निल प्रघस विटभूत वत्सासुर रत्नासूर रभेणक दुर्मुख दुर्धर असिलोमा अंगारक भंडासुर प्रकंपन सुनायक मर्कटक प्रमाथी निकुंभ सुंद निसुंद पातालकेतू कुंभांड भीमरथ पाक तारकाक्ष इंद्रदमन आडि अंधक मरीचि महाबल दैत्य धूम्राक्ष सुमाली मरु एकचक्र एकाक्ष ऊर्णनाभ इल्वल अश्वशिरा अश्रप असुरसेन विप्रचित्ति विराध रतिलोल पुष्कल शल महाबाहु विवस्वान शतानीक बलाहक बलाक शंखचूड उग्र गविष्ठ दुंदुभि धूम्रकेश मारीच मेघनाद कालनेमी शंखासुर त्रिशिरा प्रहेति हेति यज्ञशत्रु जटासुर पवीनव मकराक्ष शालकटंकट भागासुर ध्वजग्रीव निखर्वट अकंपन माली महिरावण शंबसादन शकटासुर शंबर मत्स्यासुर हिरण्याक्ष अतिनाभ सुकेश मेरक धूम्रलोचन अलंबुष केशि आतापि बाणासुर गय धुंधु पंचजन मुर रंभ रक्तबीज लवणासुर वल्वल कोक विकोक वृकासुर वृत्रासुर विभावसु शताक्ष वातापि विरूपाक्ष सृगालवदन चित्रधर्मा हेममाली हरिश्मश्रु वल देवांतक वेदमुंड चंद्रबाहु सुकेतु पुलोम पुष्पवाण यज्ञकेतु यज्ञकोप यक्षरुचि यज्ञसेन सुभीम शालवदन श्येनगामी शशिध्वज सखर दंष्ट्राल समुन्नद रणोत्कट रश्मिकेतु रश्मिक्रीडा कालकेतू विद्रावण व्याघ्रभट त्र्यक्ष महाजिह्व महादैत्य महाध्वनि महानाभ महागर्भ महाचक्र बलीन रुरु भद्रायुध रुचिप्रभ यूपाक्ष विद्युज्जिह्व सुपर्णयातु सुरस्कंध मीनाक्ष तोषल निमोची देवयात्री गजकर्ण दीर्घजिह्व प्रहस्त वीरमर्दन मित्रज्ञ मित्रघ्न सुदंष्ट्र अघोर अरूरु कुंभिल चक्रवर्मा जंभ नरक हृष्टरोमा अजासुर वनासुर अजामुख अमृतप कुंभनाभ केतुवीर्य प्रलंब महोदर मेघवान विश्वजित वीरसेन वैश्वानर सूर्यनाभ शकुनि शरभ उत्कच उपसुंद कलिंग गवेष्ठी पुंड्र भीमक वल्लव व्यंस संह्लाद साल्व सुबाहु शतबाहु व्याघ्राक्ष विकंपन माल्यवान वज्रमुष्टी सुप्तघ्न विद्युविह्वा कालका मत्त उन्मत्त प्रहस्त्र विकट कालिकामुख दंड सुपार्श्व संह्नादि प्रधस भारकर्ण अनल अनिल हर निऋति चार्वाक घस क्रथन कुहप किर्मीर अलायुध अतिकाय नरांतक मंचकासुर धेनुक तृणावर्त मुष्टिक पर्वण बाष्कल दुर्द्धर्ष दुर्द्धर महास्वन महासुर द्रोणस नर सुप्रभ सुप्रसाद सुभगदत्त सुमति सुकुमार धूमशिखा महाकपाल वक्र वीतभीत नार्मर मतंग वाजिशिरा विचक्र पृथिवीजय पद्ममाली कीचक द्विचक्र अरुण विद्युत्प्रभ विनाशन महामाया नाडीजंघ निचंद्र बृहत्कीर्ति कुजंभा बल्वल शंकुशिर जंबुमाली संयम चातुर्दश त्रिशिर त्रिशिख नेमि वज्रकेतु वज्रदंष्ट्र सर्पास्य द्विविद सर्पि अंगिरावृत अयोमुख रैवत वरशिख कैटभ
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
असुर दैत्य दानव
Wordnet:
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benঅসুর
gujરાક્ષસ
hinराक्षस
kanರಾಕ್ಷಸ
kokराकेस
malരാക്ഷസന്മാര്
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oriରାକ୍ଷସ
sanअसुरः
tamராட்சசர்
telరాక్షసులు
urdبدروح , شیطان , بھوت
noun  क्रूर, अत्याचारी आणि पापी व्यक्ती   Ex. काही राक्षसांनी निर्दोष गावकर्‍यांना ठार केले.
ONTOLOGY:
व्यक्ति (Person)स्तनपायी (Mammal)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
दानव दैत्य असुर
Wordnet:
asmঅসুৰ
bdरायखस
benরাক্ষস
kanರಾಕ್ಷಸ
kasراکشَس , دیٛو
kokराक्षस
malരാക്ഷസന്
oriଅସୁର
panਰਾਕਸ਼
sanराक्षसः
tamராட்சசன்
urdوحشی , درندہ , شیطان , خبیث , فتنہ انگیز , فسادی , شریر , پلید , بدکار

राक्षस     

 पु. 
मानुष किंवा अमानुषरुप देवांचा शत्रु ; कुबेराचा सेवक व त्याच्या निधींचा रक्षक , स्मशानांत जाण्यायेण्याची रहाळ असणारा , मृत शरीरांना सजीव करणारा उग्र पिशाच म्हणून निरनिराळ्या रीतींनी वर्णिलेला देव किंवा पिशाच ; असुर ; दानव ; दैत्य .
क्रूर , भयंकर , अकराळ विकराळ , अधाशी , झोपाळू मनुष्य .
साठ संवत्सरातील एकुणपन्नासावा संवत्सर . [ सं . ] सामाशब्द -
०गण  पु. जन्मकाळच्या नक्षत्रावरुन केलेल्या देवगण , मनुष्यगण व राक्षसगण ह्या तीन वर्गातील शेवटला वर्ग . [ सं . ]
०गणी वि.  राक्षसगण असलेला .
०मुखी   मोहरा मोरा मोहरी विक्रिवि . दक्षिणाभिमुख ; दक्षिणेकडे . गंगमोहरा पहा . [ सं . ]
०विधि   विवाह पु . विवाहाच्या आठ प्रकारांपैकी एक प्रकार . बलात्काराने केलेला विवाह ; पालकांच्या व कन्येच्या इच्छेविरुद्ध तिचे हरण करणे . अष्टौ विवाह पहा . परणूं पाहे राक्षस विधि । - एरुस्व १२ . ६६ . [ सं . ]
०वेळ   वेळा स्त्री . सूर्यास्ताच्या व रात्रीच्या मधील काळ ; तीनीसांजा . [ सं . राक्षस + वेळ ] राक्षसान्न न . तामस अन्न ( बाजरी , उडीद , मसूर , राळा , मिरची इ० ). [ सं . ] राक्षशी , राक्षसी , राक्षशीण स्त्री .
राक्षसाची स्त्री .
दुष्ट स्त्री . [ सं . राक्षसी ] म्ह० राक्षसणी पीठ कांडितात घरामध्ये - रानमध्ये - तेथे = पराकाष्ठेचा ओसाडपणा दाखविण्याकरितां योजतात . राक्षसी - राक्षशी - स्त्री . राक्षसाची बायको ; राक्षसस्त्री . - वि .
राक्षसांच्या संबंधी ; राक्षसास योग्य .
प्रचंड ; भीम ; साहसी ; मनस्वी ( कृत्ये ).
आसुरी ; तामस ; अघोरी ( उपाय ).
कुत्सित ; अयोग्य ; जबर ( अन्न खाणे ) ( समासांत ) राक्षसी - कृत्य - करणी - खाणे - भाषण - घोडा - बाग - मजल - जोर इ० [ सं . राक्षस ] सामाशब्द -
०अवतार  पु. अतिशय क्रूर आणि रानटी मनुष्य .
०उपाय   उपचार पु . असुरी , अघोरी उपाय , उपचार .
०झोंप  स्त्री. अतिशय गाढ व दीर्घ काल झोंप .
०दौलत  स्त्री. सात्विकपणा , टिकाऊपणा नसलेली भरभराट , संपत्ति .
०धान्य  न. बाजरी ( कारण हे धान्य हेमाडपंताने लंकेहून आणले अशी समजूत आहे ).
०पीक  न. अतिशय विपुल पीक .
०भाषा  स्त्री. संस्कृताच्या अपभ्रंशाने बनलेली व नाटकांत राक्षसांच्या , पिशाचांच्या तोंडी घातलेली , हेंगाडी भाषा .
०माया   माव स्त्री . राक्षसाची माया , कपट .
०मुलूक    पु . नर्मदेच्या दक्षिणेकडील प्रदेश . ह्याच्या उलट देवमुलूक ( नर्मदेच्या उत्तरेकडील प्रदेश ).
०विद्या  स्त्री. राक्षस आणि पिशाच यांस काढून लावण्याची , त्यांस ताब्यांत ठेवण्याची विद्या .
०वेळ   वेळा स्त्री . राक्षस वेळ पहा .
०संपत्ति   राक्षसी दौलत पहा .
०हाड  न. टणक व बळकट मनुष्य . राक्षेस पु . राक्षस . किती येक राक्षेस ते हाकलीती । - राक १ . ४

राक्षस     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
राक्षस  m. mf()n. (fr.रक्षस्) belonging to or like a रक्षस्, demoniacal, infested by demons, [AitBr.] &c. &c. (with विवाह, or धर्म or विधिm. ‘one of the 8 forms of marriage’, the violent seizure or rape of a girl after the defeat or destruction of her relatives See, [Mn. iii, 33] )
राक्षस  m. m. a रक्षस् or demon in general, an evil or malignant demon (the राक्षसs are sometimes regarded as produced from ब्रह्मा's foot, sometimes with रावण as descendants of पुलस्त्य, elsewhere they are styled children of खसा or सु-रस; according to some they are distinguishable into 3 classes, one being of a semi-divine benevolent nature and ranking with यक्षs &c.; another corresponding to Titans or relentless enemies of the gods; and a third answering more to nocturnal demons, imps, fiends, goblins, going about at night, haunting cemeteries, disturbing sacrifices and even devouring human beings; this last class is the one most commonly mentioned; their chief place of abode was लङ्का in Ceylon; in [R. v, 10, 17 &c.] they are fully described; cf. also, [IW. 310] ; [RTL. 237] ), [Kauś.] ; [Up.] &c.
पर्श्व्-आदि   a king of the रक्षस्g.
ROOTS:
पर्श्व् आदि
(with जैनs) one of the 8 classes of व्यन्तरs, [L.]
N. of the 30th मुहूर्त, [L.]
of one of the astronomical, [Yogas.] ; [Col.]
of a minister of नन्द, [Mudr.]
of a poet, [Cat.] (cf. below)
राक्षस  n. m.n. the 49th year in the Jupiter cycle of 6o years, [VarBṛS.]

राक्षस     

राक्षस [rākṣasa] a.  a. (-सी f.) [रक्षस इदम् अण्] Belonging to or like an evil spirit, demoniacal, partaking of a demon's nature; मुनयो राक्षसीमाहुर्वाचमुन्मत्तदृप्तयोः [U.5.3;] ततस्तद्राक्षसं सैन्यम् [Rām.3.22.17;] राक्षसीमासुरीं चैव प्रकृतिं मोहिनीं श्रिताः [Bg.9.12.]
सः A demon, an evil spirit, a goblin, fiend, imp.
One of the eight forms of marriage in Hindu Law, in which a girl is forcibly seized and carried away after the defeat or destruction of her relatives in battle; हत्वा छित्त्वा च भित्त्वा च क्रोशन्तीं रुदतीं गृहात् । प्रसह्य कन्याहरणं राक्षसो विधिरुच्यते ॥ [Ms.3.33;] राक्षसो युद्धहरणात् [Y.1.61.] (Kṛiṣṇa carried away Rukmiṇī in this manner.)
One of the astronomical Yogas.
 N. N. of a minister of Nanda, an important character in the Mudrārākṣasa.
A king of the Rākṣasas.
 N. N. of the 3th Muhūrta.
 N. N. of a संवत्सर.
सी A female demon.
Laṅkā or Ceylon.
Night.
A larger tooth, tusk. -Comp.
-इन्द्रः  N. N. of Rāvaṇa.-ग्रहः N. of a particular insanity or seizure.
-घ्नः  N. N. of Rāma.

राक्षस     

Shabda-Sagara | Sanskrit  English
राक्षस  mfn.  (-सः-सी-सं) Infernal, demoniacal.
 m.  (-सः) An evil spirit, a demon, a vampire, a fiend, but who appears to be of various des- criptions, and is either a powerful Titan or enemy of the gods in a superhuman or incarnate form, as RĀVAṆA and others; an at- tendant on KUVERA, and guardian of his treasures; or a mischie- vous and cruel goblin or ogre, haunting cemeteries, animating dead bodies, and devouring human beings.
 f.  (-सी)
1. A female fiend, the female of the preceding.
2. A large tooth, a tusk.
3. A sort of perfume, commonly Chor.
 n.  (-सं)
1. A form of marriage, the violent seizure and rape of a girl after the repulse or des- truction of her relatives.
2. Surgery, cure by the knife of cautery.
E. रक्ष् to preserve, to be preserved, (from whom,) aff. असुन्, and अण् pleonasm added; or रक्षस् a demon, and अण् aff. of reference.
ROOTS:
रक्ष् असुन् अण् रक्षस् अण्

राक्षस     

See : आसुर

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