क्षुद्रक n. (सू.इ.भविष्य.) प्रसेनजित् का पुत्र ।
क्षुद्रक (ओक्सिड्राकोई) (गणराज्य) n. एक गणराज्य (सिकंदर आक्रमणकालीन - उत्तर पश्चिम भारतीय लोकसमूह एवं गणराज्य)
जो दक्षिण पंजाब में व्यास (बिआस) नदी के किनारे मालवगण के पूर्वभाग में बसा हुआ था । अपने पडोस में रहनेवाले मालव लोगों से इनका प्राचीनकाल से वैर था । अपने देश वापस जानेवाले सिंकदर के द्वारा इन दो गणों पर हमला किये जाने पर, ये दोनों एक हो गये, एवं इन्होंने उससे इतना गहरा मुकाबला किया कि, यद्यपि ये युद्ध में विजय प्राप्त न कर सके, फिर भी सिकंदर ने इनके साथ अत्यंत सम्मानपूर्वक संधि की (मालव देखिये) । पतंजलि के व्याकरण महाभाष्य में, इन लोगों के द्वारा अकेले ही अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करने का निर्देश प्राप्त है (एकाकिभिः क्षुद्रकैः जितम्)
[महा. १.८३] ; ३२१; ४१२ । यह निर्देश संभवतः सिकंदर के साथ इन लोगों के किये युद्ध के उपलक्ष्य में ही किया गया होगा ।