सुधर्मन् n. पूर्वदशार्ण देश का एक राजा । भीमसेन ने अपने पूर्व दिग्विजय में इससे युद्ध किया था । पश्चात् इसके पराक्रम से संतुष्ट हो कर इसे अपना सेनापति बनाया
[म. स. २६.५-६] ।
सुधर्मन् (दिशापाल) n. सात्वत धर्म का एक आचार्य, जो शंखपद नामक आचार्य का पुत्र एवं शिष्य था
[म. शां. ३३६.३५] ।
सुधर्मन् II. n. एक संशप्तक योद्धा, जो भारतीय युद्ध में कौरव पक्ष में शामिल था । अर्जुन ने इसका वध किया ।
सुधर्मन् III. n. पाण्डव पक्ष का एक राजा, जो भारतीय युद्ध में से बचे हुए वीरों में से एक था । इस युद्ध में मृत हुए वीरों की और्ध्वदेहिक क्रियाएँ धौम्य, विदूर, युयुत्सु, संजय आदि लोगों ने की, उस समय यह उपस्थित था
[म. स्त्री. २६.२४.] ।
सुधर्मन् IV. n. दुर्योधन राजा का एक पुरोहित
[म. शां. ४०.५, ४४.१४] ।
सुधर्मन् IX. n. एक दिक्पाल, जो पृथु राजा का समकालीन था
[मत्स्य. ८.९] ।
सुधर्मन् V. n. धर्मसावर्णि मनु के पुत्रों में से एक ।
सुधर्मन् VI. n. (सो. वृष्णि.) एक यादव राजा, जो अक्रूर एवं अश्विनी के पुत्रों में से एक था
[मत्स्य. ४५.३३] ।
सुधर्मन् VII. n. (सो. द्विमीढ.) एक राजा, जो मत्स्य के अनुसार दृढ़नेमि राजा का पुत्र था
[मत्स्य. ४९.७१] । वायु में इसे सुवर्मन् कहा गया है ।
सुधर्मन् VIII. n. रुद्रसावर्णि मन्वन्तर का देवगण ।
सुधर्मन् X. n. ०. दक्षसावर्णि मन्वन्तर का एक देवगण ।
सुधर्मन् XI. n. १. रौच्य मन्वन्तर का एक देवगण ।
सुधर्मन् XII. n. २. काश्मीर देश के भद्रसेन राजा का शिवभक्त पुत्र (भद्रसेन ३. देखिये) ।
सुधर्मन् XIII. n. ४. उत्तम मन्वन्तर का एक देवगण, जिसमें निम्नलिखित बारह देव समाविष्ट थेः-- १. इष; २. ऊर्ज; ३. क्षम; ४. क्षाम; ५. सत्य; ६. दम; ७. दान्त; ८. धृति; ९. ध्वनि; १०. शुचि; ११. श्रेष्ठ; १२. एवं सुपर्ण
[ब्रह्मांड. २.३६.२८] ।