शुक्र-शापविमोचन

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


शुक्र-शापविमोचन-
विनियोग-ॐ अस्य श्रीशुक्रशापविमोचनमन्त्रस्य श्रीशुक्रऋषि: अनुष्टुपछन्द: देवी गायत्री देवता शुक्रशापविमोचनार्थ जपे विनियोग:।
मन्त्र-
सोऽहमर्कमयं ज्योतिरर्कज्योतिरहं शिव:।
आत्मज्योतिरहं शुक्र: सर्वज्योतीरसोऽस्म्यहम्॥
ॐ देवि! गायत्रि ! त्वं शुक्रशापाव्दिमुक्ता भव।
प्रार्थना-
ॐ अहो देवि महादेवि संध्ये विद्ये सरस्वति!
अजरे अमरे चैव ब्रह्मयोनिर्नमोऽस्तु ते॥
ॐ देवि गायत्रि त्वं ब्रह्मशापाव्दिमुक्ता भव,  वसिष्ठशापाव्दिमुक्ता भव, विश्वामित्रशापाव्दिमुक्ता भव, शुक्रशापाव्दिमुक्ता भव।

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Last Updated : November 27, 2018

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