कालाष्टमी
( शिवरहस्य ) -
मार्गशीर्ष कृष्णाष्टमीको कालाष्टमीका कृत्य किया जाता है । इस दिन
' जागरं चोपवासं च कृत्वा कालाष्टमीदिने । प्रयतः पापनिर्मुक्तः शैवो भवति शोभनः ॥'
के अनुसार उपवास करके रात्रिमें जागरण करे तो सब पाप दूर हो जाते हैं और व्रती शैव बन जाता है ।