Dictionaries | References क कैकयी Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 कैकयी प्राचीन चरित्रकोश | Hindi Hindi | | कैकयी n. केकय देश के राजा अश्वपति की कन्या, एवं राजा दशरथ की कनिष्ठ किंतु अत्यंत प्रियपत्नी । इस्का पुत्र भरत । भरत के लिये के लिये ही इसने राम को वनवस दिलाया, जिससे दशरथ की मृत्यु हुई । राजा दशरथ देवदानवों के युद्ध में, देवताओं की सहायता करने गये । उस समय रथ के पहिये की कील टूट गयी । कैकयी ने अपना हाथ वहॉं लगा कर राजा को बचाया । राजा ने इसे दो बर मॉंगने को कहा [ब्रह्म.१२३] । इससे पता चलता है, कि यह युद्ध में रही होगी (कलहा देखिये)। राम के यौवराज्यभिषेक के दिन समीप आये । गांव सजाने लगे, तब अभिषेक की बात मंथरा ने इसे बतायी । दशरथ ने कैकेयी के महल में सतत रहते हुए भी, इसे अभिषेक की बात का पता लगने नहीं दिया था । मंथरा के बता देने के बाद, राजा ने इसे, अभिषेक का समाचार भिजवाया । रामयौवरान्यभिषेक का समाचार मंथरा से सुन कर, इसने आनंद प्रदर्शित किया । भरत तथा राम मेरे लिये समान है यों कह कर, समाचार लानेवाले मंथरा को पुरस्कार देना चाहा । मंथरा ने इसके मन में जहर भर दिया । उसने कहा, ‘रोने के समय में क्यों हँसती हो?’ [वा.रा.अयो.७.३] । राम के ऐश्वर्य तथा भरत की हीनदशा का चित्र, मंथरा नें कैकेयी के सामने प्रस्तुत किया । इस कारण सामान्य स्त्रीस्वभावसुलभ इसका मन मत्सर से भडक उठा । देवासुरसंग्राम के समय से बचे हुए वरदानों की याद उसीने दिलायी । मंथरा की सलाह के अनुसार, कैकेयी ने दशरथ को दो वरदानों का स्मरण दिला कर, राम के लिये वनवास तथा भरत के लिये राज्य मॉंगा । राना ने ये दोनों वरदान दिये । यथार्थ बात तो यह थी कि, कैकेयी के पिता ने पहले से ही यह व्यवस्था कर रखी थी । बूढे राजा को लडकी व्याहते समय, कैकर्या कें पिता ने यह शर्त रखी थी कि, इसके पुत्र को राजगद्दी गिले । दशरथ ने यह शर्त स्वीकार भी की थी, परंतु इस बात का कैकेयी को पता न था । भरत ने कैकेयी की बहुत निर्भर्त्सना की, जिसके कारण इसका सारा षड्यंत्र नष्ट हो गया । भरत ने इसका वर्णन निम्नलिखित विशेषणों से किया है Rate this meaning Thank you! 👍 कैकयी A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit English | | कैकयी f. f. the daughter of a king of the केकयs, [R.] Related Words कैकयी वायट सल्लो सिंधुवीर्य घनाक्षरी मंथरा सुरूपा तिमिध्वज भाजन कुब्जा जयत्सेन धर्मदत्त सृंजय शत्रुघ्न भरत वाल्मीकि कृष्ण હિલાલ્ શુક્લ પક્ષની શરુના ત્રણ-ચાર દિવસનો મુખ્યત ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା વાહિની લોકોનો એ સમૂહ જેની પાસે પ્રભાવી કાર્યો કરવાની શક્તિ કે સર્જરી એ શાસ્ત્ર જેમાં શરીરના ન્યાસલેખ તે પાત્ર કે કાગળ જેમાં કોઇ વસ્તુને બખૂબી સારી રીતે:"તેણે પોતાની જવાબદારી ਆੜਤੀ ਅਪੂਰਨ ਨੂੰ ਪੂਰਨ ਕਰਨ ਵਾਲਾ బొప్పాయిచెట్టు. అది ఒక लोरसोर जायै जाय फेंजानाय नङा एबा जाय गंग्लायथाव नङा:"सिकन्दरनि खाथियाव पोरसा गोरा जायो आनाव सोरनिबा बिजिरनायाव बिनि बिमानि फिसाजो एबा मादै भाजप भाजपाची मजुरी:"पसरकार रोटयांची भाजणी म्हूण धा रुपया मागता नागरिकता कुनै स्थान ३।। कोटी ঁ ۔۔۔۔۔۔۔۔ ۔گوڑ سنکرمن ॐ 0 ० 00 ૦૦ ୦୦ 000 ০০০ ૦૦૦ ୦୦୦ 00000 ০০০০০ 0000000 00000000000 00000000000000000 000 பில்லியன் 000 மனித ஆண்டுகள் 1 १ ১ ੧ ૧ ୧ 1/16 ರೂಪಾಯಿ 1/20 1/3 ૧।। 10 १० ১০ ੧੦ ૧૦ ୧୦ ൧൦ 100 ۱٠٠ १०० ১০০ ੧੦੦ ૧૦૦ ୧୦୦ 1000 १००० ১০০০ ੧੦੦੦ ૧૦૦૦ ୧୦୦୦ 10000 १०००० ১০০০০ ੧੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦ ୧୦୦୦୦ 100000 ۱٠٠٠٠٠ १००००० ১০০০০০ ੧੦੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦૦ 1000000 १०००००० ১০০০০০০ ੧੦੦੦੦੦੦ ૧૦૦૦૦૦૦ ୧୦୦୦୦୦୦ 10000000 १००००००० ১০০০০০০০ Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP