Dictionaries | References

आत्महित हा धर्म, आत्मनाश हा अधर्म

   
Script: Devanagari

आत्महित हा धर्म, आत्मनाश हा अधर्म

   मनुष्यधर्म किंवा प्रकृति ही स्वतज्चे हित साधणें अशीच असते. याच्या उलट वागेल तो अधर्म समजावा.

Related Words

आत्महित हा धर्म, आत्मनाश हा अधर्म   हा हा   अधर्म   हा हा मिनिनाय   धर्म   हा   वैदिक धर्म   हा सूर्य हा जयद्रथ   फसल हा   गोरान हा   मिलायनो हा   सिना हा   हा जग्लायनाय   हा समान   हा सायारि   हा जावग्रा   हा लिरला   सोन हा   समान हा   हा-खुरखानाय   हा गाब   हा जानाय   हामा हा   हा सबाय   आबादनि हा   चिना हा   हा बाहागो   हा स्रेङारि   हा सूर्य आणि हा जयद्रथ   हाहा   सिख धर्म   ईसाई धर्म   पारसी धर्म   यहुदी धर्म   यहूदी धर्म   धर्म-लिपि   जैन धर्म   ज्यू धर्म   धर्म लिपी   हिंदू धर्म   धर्म कर्म   आबाद खालामग्रा हा   आबाद जाग्रा हा   आबाद मावग्रा हा   खाजोना होनाङि हा   गोजौ-गाहाय हा   समान नङि हा   दख्रा-दख्रि हा   फसल जाग्रा हा   हा-दैयाव थाग्रा   हासार गैयै हा   अखा गोसा हा   गोसा अखा हा   हा-दैयाव सोरिग्रा जिबि   हा-दैयाव सोरिग्रा   बौद्ध धर्म   आबाद जायि हा   ख्रिस्ती धर्म   शीख धर्म   खाजोना गैयि हा   हा हिसाब लाखिग्रा   गाहाय गोजौ हा   हासार गोनां हा   हा सिंनि खथा   हा-दै सोलिग्रा जिउवारि   हासार गैयि हा   धर्म चक्र   धर्म प्रचारक   इस्लाम धर्म   ha-ha   haw-haw   horselaugh   धर्म प्रवर्तक   धर्म सुवात   धर्म स्थान   पारशी धर्म   हिन्दू धर्म   अधर्म कर्म   धर्म सावर्णि मन   धर्म सावर्णि मनु   ٹھاہ ٹھاہ   ହୋ ହୋ   હાહાહીહી   आत्मनाश   आत्महित   घेणें दोषाचा अनुभव, हा मूर्खाचा स्‍वभाव   कलहवृद्धि न करावी हा थोरांचा संप्रदाय आहे   हर्ष काल हा पाप काल असतो   भूभाग   hee-haw   തലതല്ലിചിരിക്കുക   उभयचर प्राणी   बेलदार   उपकार करावा हा धर्म, कोणाचा न घ्यावा तो उत्तम   आरा हा   अखा हा   गोरोबनो हा   जानो हा   बोरि हा   फोजोबनो हा   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP