गाह् [gāh] 1 Ā. [गाहते, जगाहे, अगाहिष्ट, अगाढ, गाहितुम्, गाढुम्, गाढ or गाहित]
To dive or plunge into, bathe, immerse oneself into (as water); गाहन्तां महिषा निपानसलिलं शृङ्गैर्मुहु- स्ताडितम्
[Ś.2.6;] गाहितासेऽथ पुण्यस्य गङ्गामूर्तिमिव द्रुताम्
[Bk.22.11;14.67;] (fig. also); मनस्तु मे संशयमेव गाहते
[Ku.5.46] is plunged into or entertains doubt.
To enter deeply into, penetrate, roam or range over; गाहितमखिलं गहनम्
[Bv.1.21;] कदाचित्काननं जगाहे
[K.58;] ऊनं न सत्त्वेष्वधिको बबाधे तस्मिन्वनं गोप्तरि गाहमाने
[R.2.14;] [Me.5;] [H.1.15;] [Ki.13.24.] To stir up, agitate, shake, churn.
To be absorbed in (with loc.).
To hide oneself in.
To destroy. With सम् to enter, go to or into, penetrate into; समगाहिष्ट चाम्बरम्
[Bk.15.59.]