|
The twelve sons or heirs at law; viz. औरस, क्षेत्रज, दत्त, कृत्रिम, गूढोत्पन्न, उपविद्ध, कानीन, सहोढ, क्रीत, पौनर्भु, स्वयंदत्त, शौद्र, as per श्लोक,--औरसः क्षेत्रजश्चैव दत्तः कृत्रिम एवच ॥ गूढोत्पन्नोपविद्धश्च दायादा बांधवाश्च षट् ॥ 1 ॥ कानीनश्च सहोढश्च क्रीत पौनर्भवेस्तथा ॥ स्वयंदत्तश्च शौद्रश्च षडदा- यादबांधवाः ॥ 2 ॥.
|