युद्धाजित् n. केकय देश के अश्वपति राजा का पुत्र, जो दशरथ की पत्नी कैकेयी का भाई था । एक समय अपने भतिजे भरत एवं शत्रुघ्न को केकय देश को ले गया था, जो अवसर देख कर दशरथ ने राम को यौवराज्याभिषेक किया
[वा. रा. वा. ७७] ; दशरथ देखिये ।
युद्धाजित् II. n. अवन्ति देश का एक राजा, जो इक्ष्वाकुबंशीय सुदर्शन राजा के लीलावती नामक पत्नी का पिता था । अपने जामात सुदर्शन से इसका शत्रुत्व था, जिस कारण इसने उसे राजगद्दी से निकाल कर उसके भाई शत्रुजित को अयोध्या का राज्य प्रदान किया था ( सुदर्शन ९. देखिये ) ।
युद्धाजित् III. n. ( सो. क्रोष्ट, ) एक यादव राजा, जो र्कोष्टु एवं माद्री का पुत्र था
[ब्रह्म. १४] ;
[ह. वं. १.३८.११] । अन्य पुराणों में इसे वृष्णि का पुत्र कहा गया है
[पद्म. सृ. १३] ;
[वायु, ९६] ;
[मत्स्य, ४५] ;
[विष्णु. ४.१३] ;
[भा. ९.२४] । इस शिनि एवं अनमित्र नामक दो पुत्र थे । इसीके वंश में उपन्न हुये श्वफल्क एवं चित्ररथ नामक राजाओं ने स्वतंत्र राजवंश की स्थापना की थी
[भ.९. २४] ; यदु. ३. देखिये ।
युद्धाजित् IV. n. भृगुकुलोप्तन्न एक मंत्रकार ।