वाटधान n. एक राजा, जो क्रोधवश नामक दैत्य के अंश से उत्पन्न हुआ था
[म. आ. ६१.५८] । इसका राज्य उत्तर भारत में बसा था, एवं भारतीय युद्ध के समय वह कौरवों की सेना से घिरा गया था
[म. उ. १९.३०] । भारतीय युद्ध में यह कौरवों के पक्ष में शामिल था ।
वाटधान II. n. एक लोकसमूह, जिसे नकुल ने अपने पश्र्चिम दिग्विजय के समय जीता था
[ब्रह्मांड २.१६.४६] ;
[म. स. २९.७] । भारतीय युद्ध में, ये लोग कैरवों के पक्ष में शामिल थे, एवं भीष्म के द्वारा निर्मित गरुड़ व्यूह के शिरोभाग में खडे हुए थे
[म. भी. ५२.४] । अर्जुन ने इन लोगों का संहार किया था
[म. क. ५१.१६] ।