विश्र्वजित् n. (सो. पुरूरवस्.) एक राजा, जो वायु. के अनुसार बृहद्रथ राजा का, एवं विष्णु के अनुसार जयद्रथ राजा का पुत्र था
[वायु. ९९.१७२] । मत्स्य में इसे ‘अश्र्वजित्’ कहा गया है । इसके पुत्र का नाम सेनजित् था ।
विश्र्वजित् II. n. एक अग्नि, जो बृहस्पति के पुत्रों में से एक था
[म. व. २०९.१६] । यह समस्त विश्र्व की बुद्धि को अपने वश में रखता है । इसलिए अध्यात्मशास्त्र के विद्वानों के द्वारा इसे ‘विश्र्वजित्’ नाम दिया गया है ।
विश्र्वजित् III. n. (सो. मगध. भविष्य.) एक राजा, जो भागवत, विष्णु एवं ब्रह्मांड के अनुसार सत्यजित् राजा का पुत्र था । वायु में इसे वीरजित् कहा गया है ।
विश्र्वजित् IV. n. एक दानव, जो कश्यप एवं दनु के पुत्रों में से एक था । एक समय यह समस्त पृथ्वी का शासक था
[म. शा. २२७.५३] ;
[वायु. ६८.६] ।