श्रुतायुध n. कलिंग देश का एक राजा, जो वरुण एवं शीततोया (पर्णाशा) का पुत्र था
[म. स. ४.२३] ;
[भी. १६.३४] । इसके पिता वरुण ने इसे एक गदा अभिमंत्रित कर दी थी, एवं कहा था, ‘इस गदा के कारण तुम युद्धभूमि में सदैव अजेय रहोंगे । किन्तु युद्ध न करनेवाले किसी भी व्यक्ति पर इस गदा का प्रहार तुम नहीं करना, अन्यथा तुम मारे जाओगे ।’ भारतीय युद्ध में यह कौरव पक्ष में शामिल था, एवं एक अक्षौहिणी सेना ले कर यह युद्धभूमि में उपस्थित हुआ था
[म. भी. १६.३४-३५] । युद्ध के प्रारंभ में ही, इसका भीम केसाथ युद्ध हुआ, जिसमें इसके सत्य एवं सत्यदेव नामक दो चक्ररक्षक मारे गये
[म. भी. ५०.६९] । अन्त में वरुण के द्वारा प्रदान की गयी गदा इसने युद्ध न करनेवाले श्रीकृष्ण पर फेंकी, जिस कारण अपनी ही गदा से इसकी मृत्यु हो गयी
[म. द्रो. ६७.४३-५८] ।