Dictionaries | References

सुशर्मन्

   { suśarman }
Script: Devanagari

सुशर्मन्

Puranic Encyclopaedia  | English  English |   | 
SUŚARMAN II   A Pāñcāla warrior who fought on the Pāṇḍava side in the great war. he was harassed in various ways by Bhīṣma and was ultimately killed by Karṇa. [Karṇa Parva, Chapter 56, Verse 46] .
SUŚARMAN III   last of the Kings in the Kaṇva dynasty. he was killed by his minister bali. [Bhāgavata, Skandha 10] .

सुशर्मन्

सुशर्मन् n.  कर्ण का एक पुत्र, जो भारतीय युद्ध में नकुल के द्वारा मारा गयापाठभेद (भांडारकर संहिता) - ‘सुषेण’।
सुशर्मन् (त्रैगर्त प्रस्थलाधिपति) n.  त्रिगर्त देश का सुविख्यात राजा, जो वृद्धक्षेम राजा का पुत्र था । इसी कारण, इसेवार्धक्षेमिपैतृक नाम प्राप्त था । यह एवं इसके सत्यरथ, सत्यधर्मन्, सत्यवर्मन् सत्येषु एवं सत्यकर्मन् नामक पाँच भाई अत्यंत पराक्रमी थे, एवं स्वयं कोसंशप्तकयोद्धा कहलाते थे । महाभारत में अन्यत्र इसेत्रिगर्तएवं ‘प्रस्थलाधिपति’ भी कहा गया है [म. द्रो. १६.१९]
सुशर्मन् (त्रैगर्त प्रस्थलाधिपति) n.  यह शुरू से ही दुर्योधन का पक्षपाती था, एवं पाण्डवों से द्वेष करता था । पाण्डवों के अज्ञातवास में, इसने दुर्योधन के लिए विराट की गायों का हरण किया था, एवं विराट को कैद कर दुर्योधन के सम्मुख पकड़ कर लायाकिन्तु पश्चात् भीम ने इस पर हमला कर इसे कैदी बनाया, एवं इसे युधिष्ठिर के सामने लायाउस समय युधिष्ठिर ने इसे बिना किसी शर्त के मुक्त किया [म. वि. २९-३२]
सुशर्मन् (त्रैगर्त प्रस्थलाधिपति) n.  इस युद्ध में यह कौरवपक्ष में शामिल था, एवं इसने एवं इसके भाइयों ने अर्जुन का वध करने की प्रतिज्ञा की थी । किन्तु यह एवं इसके सारे भाई अर्जुन के द्वारा मारे गये [म. द्रो. २७] ;[श. २६.४४]
सुशर्मन् (त्रैगर्त प्रस्थलाधिपति) n.  महाभारत के द्रोणपर्व में ‘संशप्तक पर्वनामक एक उपपर्व है, जहॉं इसे एवं इसके पाँचो भाइयों कोसंशप्तक योद्धाकहा गया है [म. द्रो. १६-३१]रण में अपने विशिष्ट प्रतिपक्षी का वध करने की, एवं उनमें यशस्वितता प्राप्त न होने पर आत्महत्या करने की प्रतिज्ञा करनेवाले वीरों कोसंशप्तक योद्धाकहा जाता था [म. द्रो. १६.३९]इन योद्धाओं की यह प्रतिज्ञा होमहवन के साथ, एवं अग्निदेवता की साक्षी में ली जाती थी । प्रतिज्ञानग्रहण के पश्चात् ये वीर दर्भ से बने हुए वस्त्र धारण करते थे, एवं अपने वस्त्रों पर अग्निचर्चित धूत का प्रयोग करते थे [म. द्रो. १६. २१-३७] । जयद्रथवध के समय अर्जुन ने भी इसी प्रकार की प्रतिज्ञा की थी, किन्तु वहाँ उसे संशप्तक नहीं कहा गया है [म. द्रो. ५१.३४-३७]
सुशर्मन् (वार्धक्षेमि) n.  पांचाल देश का एक योद्धा, जो भारतीय युद्ध में पाण्डव पक्ष में शामिल था [म. उ. १६८.१६]वृद्धक्षेम का पुत्र होने के कारण, यह ‘वार्धक्षेमिनाम से ही अधिक सुविख्यात था (वार्धक्षेमि १. देखिये) ।
सुशर्मन् (शांशपायन) n.  एक आचार्य, जो वायु के अनुसार, व्यास की पुराणशिष्यपरंपरा में से रोमहर्षण नामक आचार्य का शिष्य था [वायु. ६१.५६]
सुशर्मन् II. n.  (कण्व. भविष्य.) कण्ववंश का अंतिम राजा, जो अपने बलि नामक अमात्य के द्वारा मारा गया ---10--- ।
सुशर्मन् III. n.  धर्मसावर्णि मनु का एक पुत्र
सुशर्मन् IV. n.  एक दुराचारी ब्राह्मण, जिसकी कथा भगवद्गीता के प्रथम अध्याय का माहात्म्य कथन करने के लिए पद्म में दी गयी है [पद्म. उ. १७५]
सुशर्मन् V. n.  एक ब्राह्मण, जो विशाल नामक ब्राह्मण का पुत्र थाबलाक नामक राक्षस ने इसकी पत्‍नी का हरण किया, जिसे आगे चल कर उत्तम नामक राजा ने छुड़ा कर इसे वापस दे दिया [मार्क. ६६.६७]

सुशर्मन्

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English |   | 
सु—शर्मन्  n. n. good refuge or protection, [AV.]
सु—शर्मन्  mfn. mfn. granting secure or pr°, [RV.] ; [VS.]
अतिसुख   = , [Vās.] (Sch.)
सु—शर्मन्  m. m.N. of an असुर, [Kathās.]
   of a son of one of the मनुs, [Hariv.] ; [MārkP.]
   of a king, [MBh.] ; [BhP.]
   of a वैशालि, [MārkP.]
   of a काण्व, ---10---
   of शांशपायन, [Cat.]
   pl.N. of a class of gods under the 13th मनु, [MārkP.]

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP