|
स्रस् a (or स्रंस्; sometimes written श्रंश् or श्रंस्) cl. 1. Ā. ( [Dhātup. xviii, 15] ) स्रंसते ( ep. and mc. also °ति; pf. सेस्रंस, °ंसुः, [Br.] ; 3. pl. -स्रंसिरे, [Hariv.] ; aor. अस्रत्, [Br.] ; अस्रसत्, स्रसेम, [RV.] ; अस्रंसिष्ट, [Br.] ; fut. स्रंसिता, स्रंसिष्यतेGr. ; Ved. inf. -स्र॑सस्; स्रंसितुम्Gr. ; ind.p. स्रंसित्वा, स्रस्त्वा, ib.; -स्रंस्य, -स्रस्य, [Br.] &c.), to fall, drop, fall down, slip off, get loose from ( abl. ), [VS.] &c. &c.; to fall asunder or to pieces, [TBr.] ; to hang down, dangle, droop, [Ragh.] ; to be broken, perish, cease, [Sāh.] ; to go, [Naigh. ii, 14] : Pass. स्रस्यते ( aor. अस्रंसि) Gr. : Caus. स्रंसयति ( aor. असिस्रसत्; Pass. स्रंस्यते), to cause to fall down, loosen, [AV.] ; [R.] &c.; to let hang (the belly), [AV.] ; to disturb, remove, destroy, [Suśr.] : Desid. सिस्रंसिषतेGr. : Intens. सनीस्रस्यते, सनीस्रंस्ति, ib. ( cf. next). स्रस् mfn. bmfn. falling, dropping ( ifc. ; See वि-स्रस्, सु-स्रस्). स्रस् cस्रस्त &c. See p. 1273, col. 3.
|