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पिश् 1. ( पिंश्) cl. 6. P. ( [Dhātup. xxviii, 143] ) पिंशति, Ved. also Ā. °ते ( pf. पिपे॑श, पिपिशे॑°श्रे, [RV.] ; aor. p. पिशान॑, ib.; अपेशीत्Gr. ; fut. पेशिष्यति, पेशिताGr. ), to hew out, carve, prepare ( esp. meat), make ready, adorn ( Ā. also ‘one's self’); to form, fashion, mould, [RV.] ; [TBr.] : Pass. पिश्य॑ते, [AV.] : Caus. पेशयतेaor. अपीपिशत्Gr. : Desid. पिपिशिषति or पिपेशिषति, ib. : Intens. See पे॑पिशत्, शान. पिश् [ cf. Gk. ποικίλος; Slav. pisati; Angl.Sax. fâh.] पिश् f. 2.f. ornament, decoration, [RV. vii, 18, 2] ( cf. विश्व-, शुक्र-, सु-.).
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