प्रसेनजित् n. एक राजा, जो महाभौम राजा की सुयज्ञा नामक पत्नी का पिता था । इसने एक लाख सवत्सा गौओं का दान कर के उत्तम लोक प्राप्त किया था
[म.शां.२४०.३६] ।
प्रसेनजित् (बौद्ध कालीन) n. कोशल देश का एक सुविख्यात राजा, जो गौतम बुद्ध का परम मित्र एवं शिष्य था । यह महाकोशल राजा का पुत्र था, एवं इसकी शिक्षा तक्षशिला में हुई थी, जिस समय मल्लराजकुमार बंधुल एवं लिच्छवी राजकुमार महालि इसके सहाध्यायी थे । शिक्षा समाप्त करने के पश्चात् अपने पिता के द्वारा यह कोशल देश का राजा बनाया गया । राजा होने के पश्चात् अल्पावधि में ही इसका बुद्ध से परिचय हुआ, एवं यह बौद्धधर्म का निःसीम उपासक बना था । इसकी बहन कोसलादेवी का विवाह मगध सम्राट् बिंबिसार से हुआ था । आगे चल कर, बिंबिसार के पुत्र अजातशत्रु ने अपने पिता का वध किया, एवं वह स्वयं मगध देश का राजा बन गया । प्रसेनजित् की बहन कोसलादेवी पतिनिधन के दुख से मृत हुईक । तत्पश्चात् इसने अजातशत्रु पर आक्रमण कर उसे कैदी बनाया । पश्चात् इसने उससे संधि की, एवं अपने वजिरा नामक बहन उसे विवाह में दे दी
[जातक. २.२३७] ।
प्रसेनजित् II. n. (सू.इ.) एक इक्ष्वाकुवंशीय राजा, जो भागवत, विष्णु एवं वायु के अनुसार कृशाश्व राजा का पुत्र था । इसकी पत्नी का नाम गौरी था, जिससे इसे ‘युवनाश्व’ नामक पुत्र उत्पन्न हुआ (युवनाश्व ३. देखिये) । भविष्य में इसे संकटाश्व राजा का पुत्र कहा गया है
प्रसेनजित् III. n. एक राजा, जो जमदग्नि की पत्नी रेणुका का पिता था । इसे रेणु नामांतर भी प्राप्त है
[म.व.११६.२] । कई विद्वानों के अनुसार, रेणुका के पिता एवं सुयज्ञा के पिता दोनों एक ही व्यक्ति थे (प्रसेनजित् १. देखिये) ।
प्रसेनजित् IV. n. (सू.इ.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार विश्वसाह्य का पुत्र था ।
प्रसेनजित् V. n. (सू.इ. भविष्य.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार लांगल का, विष्णु के अनुसर रातुल का, मत्स्य के अनुसार पुष्कल का, एवं वायु के अनुसार राहुल का पुत्र था । पालिग्रन्थों में इसका निर्देश ‘पसेनदि’ नाम से किया गया है । यह गौतम बुद्ध का समकालीन राजा था । पूरुवंशीय राजा उदयन (दुर्दमन) एवं शिशुनागवंशीय राजा अजातशत्रु ये दोनों भी इसके समकालीन थे ।