हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|रसिकबिहारी| रसिकबिहारी रसिकबिहारी रतनारी हो थारी आँखड़ियाँ ... हो झालौ दे छे रसिया नागर ... पावस रितु बृन्दावनकी दुति... उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह... मैं अपनौ मनभावन लीनों ॥ ... रसिकबिहारी हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags : bhajanrasikbihariभजनरसिकबिहारी भजन - रतनारी हो थारी आँखड़ियाँ ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags: भजन, bhajan, रसिकबिहारी, rasikbihari Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A भजन - हो झालौ दे छे रसिया नागर ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags: भजन, bhajan, रसिकबिहारी, rasikbihari Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A भजन - पावस रितु बृन्दावनकी दुति... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags: भजन, bhajan, रसिकबिहारी, rasikbihari Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A भजन - उड़ि गुलाल घूँघर भई तनि रह... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags: भजन, bhajan, रसिकबिहारी, rasikbihari Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A भजन - मैं अपनौ मनभावन लीनों ॥ ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags: भजन, bhajan, रसिकबिहारी, rasikbihari Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : December 23, 2007 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP