संस्कृत सूची|संस्कृत साहित्य|सूक्तिः|तृतीयोल्लास| तृतीयोल्लास तृतीयोल्लास श्रीविष्णुसूक्तिः श्रीलक्ष्मीसूक्तिः तृतीयोल्लास भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है। Tags : devidevtasuktiदेवतादेवीसूक्ति श्रीविष्णुसूक्तिः भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है। Tags: सूक्ति, sukti, devi, devta, देवी, देवता Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A श्रीलक्ष्मीसूक्तिः भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है। Tags: सूक्ति, sukti, devi, devta, देवी, देवता Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: N/A Folder Page Word/Phrase Person References : N/A Last Updated : March 13, 2008 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP