हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|पौषके व्रत|पौष कृष्णपक्ष व्रत| रुक्मिणी अष्टमी पौष कृष्णपक्ष व्रत संकष्टचतुर्थी रुक्मिणी अष्टमी कृष्णैकादशी सुरुपद्वादशी पौष कृष्णपक्ष व्रत - रुक्मिणी अष्टमी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalpaushavratपौषमहिनाव्रतसण रुक्मिणी - अष्टमी Translation - भाषांतर रुक्मिणी - अष्टमी ( व्रतकौस्तुभ ) - पौष कृष्ण अष्टमीको कृष्ण, रुक्मिणी और प्रद्युम्नकी स्वर्णमयी मूर्तियोंका गन्धयुक्त गन्धादिसे पूजनकर उत्तम पदार्थ अर्पण करे और शक्ति हो तो सुवासिनी अच्छे वस्त्रोंवाली ( सौभाग्यवती ) आठ स्त्रियोंको भोजन करवाकर दक्षिणा दे तो रुक्मिणीजीकी प्रसन्नता प्राप्त होती है । N/A References : N/A Last Updated : January 01, 2002 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP