खण्डः १ -- माहेश्वरखण्डः
खण्डः २ -- वैष्णवखण्डः
खण्डः ३ -- ब्रह्मखण्डः
खण्डः ४ -- काशीखण्डः
खण्डः ५ -- अवन्तीखण्डः
खण्डः ६ -- नागरखण्डः
खण्डः ७ -- प्रभासखण्डः
खण्डः ८ -- अम्बिकाखण्डः
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खण्ड संरचना
खण्ड - १
माहेश्वर खण्ड
उपखण्ड ३ - केदार, कौमारिका, अरुणाचल
अध्याय संख्या - १३८
श्लोक संख्या - ११,९९७
खण्ड - २
वैष्णव खण्ड
उपखण्ड ९ - वेङ्कटाचलमाहात्म्य, पुरुषोत्तमक्षेत्रमाहात्म्य, बद्रिकाश्रममाहात्म्य, कार्तिकमासमाहात्म्य, मार्गशीर्षमासमाहात्म्य, भागवतमाहात्म्य, बैशाखमासमाहात्म्य, अयोध्यामाहात्म्य, वासुदेवमाहात्म्य
अध्याय संख्या - २३२
श्लोक संख्या - १३,८४६
खण्ड - ३
ब्राह्म खण्ड
उपखण्ड ३ - सेतुमाहात्म्य, धर्मारण्य खण्ड, ब्रह्मोत्तर खण्ड
अध्याय संख्या - ११४
श्लोक संख्या - ११,५०१
खण्ड - ४
काशी खण्ड
उपखण्ड २ - पूर्वार्ध, उत्तरार्ध
अध्याय संख्या - १००
श्लोक संख्या - ११,७१४
खण्ड - ५
अवन्त्य खण्ड
उपखण्ड ३ - अवन्तिक्षेत्रमाहात्म्य, चतुरशीतिलिङ्गमाहात्म्य, रेवाखण्ड
अध्याय संख्या - ४०३
श्लोक संख्या - १६,००५
खण्ड - ६
नागर खण्ड
उपखण्ड १ - तीर्थमाहात्म्य
अध्याय संख्या - २७९
श्लोक संख्या - १४,९३२
खण्ड - ७
प्रभास खण्ड
उपखण्ड ४ - प्रभासक्षेत्रमाहात्म्य, वस्त्रापथक्षेत्रमाहात्म्य, अर्वुद खण्ड, द्वारकामाहात्म्य
अध्याय संख्या - ४९२
श्लोक संख्या - १४,४१५
कुल सात खण्ड
कुल अध्याय=१,७९०
कुल श्लोक=९४,४१०