आश्विन कृष्णपक्ष व्रत - कृष्णैकादशी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


कृष्णैकादशी

( ब्रह्मवैवर्तपुराण ) -

आश्विन कृष्ण एकादशीका नाम ' इन्दिरा ' है, इसके व्रतसे सब प्रकारके पाप दूर होते हैं । इसके निमित्त प्रातःस्त्रानादि करके उपवास करे और हरिस्मरणमें लगे रहकर रातभर जगे । यदि इस दिन पिता आदिका श्राद्ध हो और उपवासके कारण श्राद्धीय अन्नके ग्रहण करनेमें संकोच हो तो उसे सूँघकर गौको खिला दे और पारणके पश्चात् भोजन करे ।

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Last Updated : January 21, 2009

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