केसरिन् n. अंजनी का पति तथा एक वानर ।
[वा.रा.उ.६६] । यह गोकर्ण नामक पर्वत पर रहता था । अंजनी तथा मार्जारास्या नामक इसकी दो स्त्रियॉं थीं । एक बार शंबसादन नामक असुर ने, अनावर बन कर ऋषियों को कष्ट दिये । तब इसने ऋषियों की आज्ञा से उससे युद्ध किया तथा उसका बध किया । ऋषियों ने संतुष्ट हो कर इसे आशीर्वाद दिया, ‘तुझे अच्छे स्वभाववाला, भगवद्भक्त तथा बलवान पुत्र होगा ।’ तदनुसार हनुमान् उत्पन्न हुआ
[वा.रा.सुं.३५] ।
केसरिन् II. n. गद्नद वानर का पुत्र । जांववत् का कनिष्ठ भ्राता ।