पक्थ n. एक वैदिक ज्ञातिसमूह
[ऋ.७.१८.७] । इस जाति के लोगों ने दाशराज्ञयुद्ध में तृत्सु-भरतों का विरोध किया था । त्सिमर के मत में, आधुनिक अफगानिस्तान में स्थित ‘पख्तून’ जाति के लोग यही होगे
[त्सिमर-अल्डिन्डिशे लेबेन पृ.४३०] ।
पक्थ II. n. पक्थ लोगों का एक राजा, एवं अश्विनों का आश्रित
[ऋ.८.२२.१०] । इसपर इंद्र की कृपा थी
[ऋ.८,४९.१०] । दाशराज्ञयुद्ध में यह त्रसदस्यु के पक्ष में, एवं सुदास के विरोधी पक्ष में शामिल था
[ऋ.७.१८.७।] ऋग्वेद में एक जगह, इसका नाम ‘तूर्बायण’ बताया है, एवं इसे च्यवन ऋषि का शत्रु कहा है
[ऋ.१०.६१.१-२] ।