भुमन्यु n. (सो.कुरु.) एक कुरुवंशीय राजा, जो जनमेजय (प्रथम) का पौत्र, एवं धृतराष्ट्र राजा का पुत्र था
[म.आ.८९.५१] । पाठभेद (भांडारके संहिता)
भुमन्यु II. n. (सो. पूरु.) एक महर्षि, जो दुष्यंत राजा का पौत्र, एवं भरत दौष्यन्ति राजा का पुत्र था । भरद्वाज ऋषि के कृपाप्रसाद से यह उत्पन्न हुआ था । इसकी माता का नाम सुनंदा था, जो काशीनरेश सर्वसेन की कन्या थी
[म.आ.९०.३४] । इसके पिता भरत ने इसे यौवराज्यभिषेक किया । किन्तु आरम्भ से ही विरक्त प्रकृति का होने के कारण, इसने राज्यपद का स्वीकार न किया, एवं भरत के पश्चात् इसका पुत्र सुहोत्र राजगद्दी पर बिठाया गया । इसे ऋचीककन्य पुष्करिणी एवं दशार्हकन्या विजया नामक दो पत्नियॉं थी । पुष्करिणी से इसे निम्नलिखित छः पुत्र उत्पन्न हुए---वितथ, सुहोतृ, सुहोत्र, सुहवि, सुयजु एवं ऋचीक
[म.आ.८९.१८-२१] ।
भुमन्यु III. n. एक देवगंधर्व, जो अर्जुन जन्मोत्सव में उपस्थित था
[म.आ.१२२.५८] ।