सत्यश्रवस् n. (सू. नरि.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार वीतिहोत्र राजा का पुत्र, एवं उरुश्रवस् राजा का पिता था
[भा. ९.२.२०] ।
सत्यश्रवस् (आत्रेय) n. एक वैदिक सूक्तद्रष्टा
[ऋ. ५.७९-८०] । ऋग्वेद में अन्यत्र इसे वाय्य सत्यश्रवस कहा गया है
[ऋ. ५.७९.२] सत्यश्रवस् (वाय्य) n. एक ऋषि, जिसका निर्देश उषस् के कृपापात्र व्यक्ति के नाते ऋग्वेद में प्राप्त है
[ऋ. ५.७९.२] । ऋग्वेद में अन्यत्र निर्दिष्ट सत्यश्रवस् आत्रेय, एवं सुनीथ शौचद्रथ संभवतः यही होगा । लुडविग के अनुसार, यह सुनीथ शौचद्रथ का पुत्र था
[लुडविग ऋग्वेद अनुवाद ३.१५६] । वय्य का वंशज होने से इसे ‘वाय्य’ पैतृकनाम प्राप्त हुआ होगा ।
सत्यश्रवस् II. n. कौरवपक्ष का योद्धा, जो अभिमन्यु के द्वारा मारा गया
[म. द्रो. ४४.३] ।
सत्यश्रवस् III. n. एक आचार्य, जो वायु के अनुसार व्यास की ऋक्शिष्यपरंपरा में से मार्कंडेय ऋषि का पुत्र एवं शिष्य था । ब्रह्मांड में इसे मांडुकेय ऋषि का पुत्र एवं शिष्य कहा गया है
[वायु. ६०.२८] ।