Dictionaries | References

सोळा वर्षे पुत्र, मग मित्र

   
Script: Devanagari

सोळा वर्षे पुत्र, मग मित्र

   मुलगा सोळा वर्षाचा झाला म्हणजे त्यास बरोबरीच्या नात्यानें वागवावें. प्राप्ते तु पोडषे वर्षे पुत्रमित्रसमाचरेत् l

Related Words

पुत्र   सोळा वर्षे पुत्र, मग मित्र   मित्र   मग   सोळा   सोळा शृगार   सोळा शृंगार   मित्र मोदाइ   दत्तक पुत्र   दत्त पुत्र   घनिष्ठ मित्र   पुरुष मित्र   पत्र मित्र   महिला मित्र   बाल मित्र   जिवलग मित्र   बाल्य मित्र   १६   आगामी वर्षे   दुई वर्षे   mug   प्राप्ते तु षोडशे वर्षे पुत्रं मित्रवदाचरेत्‌   मित्रराष्ट्र   शंभर वर्षे कागा, हजार वर्षे नागा   सोळा तारीख   मित्र देव   मित्र देवता   दास-पुत्र   पुत्र इच्छीत   पुत्र वत्सल   मित्र देश   अपविद्ध पुत्र   अभिन्न मित्र   स्त्री मित्र   इष्ट-मित्र   जिवाभावाचा मित्र   सोळा आणे   जीवश्चकंठश्च मित्र   शाळू मित्र   सोळा संस्कार   मित्र नसलेला   मित्र सप्तम   मित्र राष्ट्र   आयत्या वेळेस मित्र, तो मित्र   एक भाकरी सोळा नारी   सोळा कळीं तपणें   सोळा सूक्ष्म भूतें   പ്രമുഖ രാജ്യം   षोडश   मित्र पैकेकरी, तो निधानापरी   மக்   ਮੱਗ   ମଗ   മഗ്ഗ്   مَگ   बॉयफ्रेंड   खरा मित्र बाळगती असे थोडे   हात ओला तर मित्र भला   जीस बहु वर्षे कष्‍ट, ती पत तत्‍क्षणीं नष्‍ट   टमरेल   16   द्विवर्षीय   द्विवर्षी   पहैले उदरः मग चक्रधरः   आधीं आत्मज्ञान मग ब्रह्मज्ञान   आधीं जल मग स्थल   आधीं पिठोबा मग विठोबा   आधीं देव मग जेव   आधी कष्ट, मग फळ   एक वर्षे   आधी आत्मज्ञान, मग ब्रह्मज्ञान   आधी पोटोबा मग विठोबा   आधी खावें मग राबावें   अगोदर भुक्ति मग भक्ति   മിത്ര രാജ്യം   आधी केले, मग सांगितलें   आधीं भिजलें, मग वाळलें   आधीं अननं मग तननं   आधीं शिदोरी, मग जेजुरी   आधी चोर, मग शिरजोर   चांगल्‍या मनुष्‍यास पुत्र, होती वाईट विचित्र   सोळा हात लुगडी नि अर्धीं तंगडी उघडी   सोळा हात साडी नि अर्धीं तंगडी उघडी   भोळयाचे देव सोळा   आर्जवून न भुलवी, तो मित्र खरा भावी   आळसाला वकील नाहीं पण मित्र हवे तितके   मारवाडी मित्र नाहीं, पायखाना पवित्र नाहीं   जुना मित्र आला घरीं, थाटाची श्रीखंडपुरी   इष्ट मित्र खरे, असतां दूर बरे   बालमित्र   मुलगा   आधीं पिठोबा आणि मग विठोबा   खोटेंच बोलायचें मग थोडें कां? भुईवर निजायचें मग संकोच कां?   दिवा लावी घरांत, मग देवळांत   মগ   कन्या देऊन मग कूळ विचारणें   मित्रराष्ट्रम्   अगोदर खाईल मग तोंड धुवील   प्राप्ते तु षोडशे वर्षे गर्दभी अप्सरा भवेतः षोडश वर्षा भवेत् कन्या अप्सरा सुंदरी भवेत्   अपविद्ध   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP