मेरुसावर्णि , मेरुसावर्ण n. एक ऋषि, जिसने युधिष्ठिर को हिमालय पर्वत पर धर्म एवं ज्ञान का उपदेश दिया था
[म.स.६९.१२] । यह अत्यंत तपस्वी, जितेंद्रिय एवं त्रैलोक्य में विख्यात था
[म.अनु.१५०.४४-४५] ।
मेरुसावर्णि , मेरुसावर्ण II. n. दक्षकन्या सुव्रता के चार पुत्रों का सामूहिक नाम
[वायु.१००.४२] । इस समूह में निम्नलिखित चार पुत्र शामिल थे, जो नौर्वे, दसवें, ग्यारहवें एवं बारहवें मन्वन्तर के अधिपति ‘मनु’ कहलाते हैः---दक्षसावर्णि, ब्रह्मसावर्णि, धर्मसावर्णि
[मार्क.५०] । इन्होंने मेरुपर्वत पर तपस्या की थी, जिस कारण इन्हें मन्वन्तरों क अधिपतित्व प्राप्त हो गया
[ब्रह्मांड.१.२४] ।
मेरुसावर्णि , मेरुसावर्ण III. n. मत्स्य के अनुसार, दसवें मन्वन्तर का अधिपति मनु ।