प्रात: स्मरणीय श्लोक

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


निम्नलिखित श्लोकोंका प्रात:काल पाठ करनेसे बहुत कल्याण होता है, जैसे --
१-दिन अच्छा बीतता है,
२-दु:स्वप्न, कलिदोष, शत्रु, पाप और भवके भयका नाश होता है,
३-विषका भय नहीं होता,
४-धर्मकी वृध्दि होती है, अज्ञानीको ज्ञान प्राप्त होता है,
५-रोग नहीं होता,
६-पूरी आयु मिलती है,
७-विजय प्राप्त होती है,
८-निर्धन धनी होता है,
९-भूख-प्यास और कामकी बाधा नहीं होती तथा
१०-सभी बाधाओंसे छुटकारा मिलता है इत्यादि । निष्कामकर्मियोंको भी केवल भगवत्प्रीत्यर्थ इन श्लोकोंका पाठ करना चाहिये--

N/A

References : N/A
Last Updated : November 25, 2018

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP