गणपतिके लिये विहित पत्र-पुष्प

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


गणपतिके लिये विहित पत्र-पुष्प
गणेशजीको तुलसी छोड़कर सभी पत्र-पुष्प प्रिय हैं ।अत: सभी अनिषिध्द पत्र-पुष्प इनपर चढ़ाये जाते है । गणपतिको दूर्वा अधिक प्रिय है । अत: इन्हें सफेद या हरी दूर्वा अवश्य चढ़ानी चाहिये । दूर्वाकी कुनगीमें तीन या पाँच पत्ती होनी चाहिये । गणपतिपर तुलसी कभी न बढ़ाये । पद्मपुराण, आचाररत्नमें लिखा है कि 'न तुलस्या गणाधिपम्' अर्थात् तुलसीसे गणेशजीकी पूजा कभी न की जाय । कार्तिक-माहात्म्यमें भी कहा है कि 'गणेशं तुलसीपत्रैर्दुर्गां नैव तु दूर्वया' अर्थात् गणेशजीकी तुलसीपत्रसे और दुर्गाकी दूर्वासे पूजा न करे । गणपतिको नैवेद्यमें लड्डू अधिक प्रिय है ।

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Last Updated : December 03, 2018

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