हौं कुरबाने जाउँ पियारे, हौं कुरबाने जाउँ ॥टेक॥
हौं कुरबाने जाउँ तिन्हाँ दे, लैन जो तेरा नाउँ ।
लैन जो तेरा नाउँ तिन्हाँ दे, हौं सद कुरबाने जाउँ ॥१॥
काया रँगन जे थिये प्यारे, पाइये नाउँ मजीठ ।
रंगनवाला जे रँगे साहिब, ऐसा रंग न डीठ ॥२॥
जिनके चोलड़े रत्तड़े प्यारे कंत तिन्हाँ दे पास ।
धूड़ तिन्हाँ कोजे मिले जीको, नानकदी अरदास ॥३॥