हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|नागरीदास| हमारै मुरलीवारौ स्याम । ... नागरीदास हमारै मुरलीवारौ स्याम । ... चरचा करी कैसे जाय । ... जो मेरै तन होते दोय ... भजन - हमारै मुरलीवारौ स्याम । ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags : bhajannagaridasनागरीदासभजन भजन Translation - भाषांतर हमारै मुरलीवारौ स्याम । बिनु मुरली बनमाल चन्द्रिका, नहिं पहिचानत नाम ॥ गोपरुप बृंदाबन-चारी, ब्रज-जन पूरन काम । याही सों हित चित बढ़ौ नित, दिन-दिन पल-छिन जाम ॥ नंदीसुर गोबरधन गोकुल बरसानों बिस्त्राम । नागरिदास द्वारका मथुरा, इनसों कैसो काम ॥ N/A References : N/A Last Updated : December 22, 2007 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP