हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|वैशाखके व्रत|वैशाख कृष्णपक्ष व्रत| वैशाखस्नान वैशाख कृष्णपक्ष व्रत वैशाखस्नान संकष्टचतुर्थी चण्डिकानवमी कृष्णैकादशी प्रदोषव्रत वैशाख कृष्णपक्ष व्रत - वैशाखस्नान व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalmonthvaishakhvratमहिनावैशाखव्रतसण वैशाखस्नान Translation - भाषांतर वैशाखस्नान - चैत्र शुक्ल पूर्णिमासे वैशाख शुक्ल पूर्णिमातक प्रतिदिन प्रातःकाल सूर्योदयसे पूर्व किसी तीर्थस्थान नदी या कुआँ, बावली, सरोवर अथवा अपने घरपर ही शुद्ध जलसे स्त्रान करे और नित्यकृत्यके अतिरिक्त ' ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ' या ' हरे राम हरे राम०' मन्त्रका यथाशक्ति जप करके एक बार भोजन करे । इकतीस दिनातक ऐसा क्रम रखनेसे अनेक प्रकारके रोग और दोष दूर होते हैं एवं प्रभाव तथा पुण्य बढ़ता है । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP