Dictionaries | References

५५

   { पंचावन्न }
Script: Devanagari

५५

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi |   | 
   See : पचपन, पचपन

५५

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi |   | 
   See : पंचावन्न, पंचावन्न

५५

Sanket Kosh | Marathi  Marathi |   | 
पंचावन्न रस   
९ काव्याचे, ८ योगशास्त्र, ९ भक्तिरस, ६ विषयांचे (१ पुष्प, २ गंध, ३ स्त्री, ४ शय्या, ५ वस्त्र व ६ अलंकार), १८ विद्यांचें व ५ मद्याचे अशा एकंदर पंचावन्न रसांची गणना प्राचीनांनीं केली आहे.
काव्यशास्त्र नवरसाः योगे चाष्टौ रसाः स्मृताः
भक्तियोगे नवरसाः ऋतवो विषये स्मृताः।
अष्टादश प्रकारा हि विद्यायाः परिकीर्तिताः
पञ्चमद्या रसा देवि पञ्चपञ्चाशदेव वै ॥ ([सु.])

Related Words

५५   55   fifty-five   lv   घोरकंड   तवेल्दार   मंडवीबाळ्या   पानपणें   करांनां   शैल तुटणें   संदक   पानवई   साहाजक   सिशीअम   कुर्डु   वोळकंबणें   अमानतपन्हा   त्वर्य   थडणें   चार चौरस   तडावा   बाजागारी   लुसणे   मासी   मासीं   धेंडी   नख्खा   सिझिअम   हेलावणें   हेलावा   हेलाविणें   आदबअटि   अंतोरिक   गोलदंड   सयंपाक   सयंपाकघर   सयंपाकी   सयंपाकीण   सनकादिक   अवरी   जबाण   तातविणे   हल्ल   कानटें   इदमपि   कपळा   एकाएकीं   खपवणें   घडी भरणें   अडावणी   अमीष   गाशा टाकणें   जाहंगिर   (झाडास बांधलें तर) झाड घेऊन जाणें   चुंब उडविणें ; प्रचुंब उडविणें   बोलाऊं   भंवता   भवता   भवताला   भवताली   भोंग   धेडी   देशगावडा   प्रतिरुप   खरबस   खाणोरीचोर   खिची   एकदाणें   कैकै   खपविणें   अंगोळिका   अंगोळी   अंगौळी   अंतौर   वाहो   वई   अलवार   डेग   बांधाटी   भुंडी   भूरिहन्   मूळ धाडणें   बतरीक   बतासा   नखा   सिनाजोरी   सिनेजोरी   सीनाजोरी   सीनेजोरी   खाणोरी   उधडणें   ऋक्षशृंग   विभांडणें   विभाडणें   शाबूद   शारा   शारॅ   सतका   संदूक   अर्थेचप्राणेच   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP