रेव n. (सू. शर्याति.) एक शर्यातिवंशीय राजा, जो हरिवंश, भागवत विष्णु एवं वायु के अनुसार आनर्त राजा का पुत्र था । पद्म में इसे आनर्त का पौत्र, एवं रोचमान राजा का पुत्र कहा गया हैं । भागवत एवं विष्णु के अनुसार, इसे ‘रेवत’ नामान्तर प्राप्त था । बह्म में इसे रैव कहा गया है । इसने पश्चिम समुद्र में कुशस्थली नामक नगरी की स्थापना कर उसे अपनी राजधानी बनाई
[भा. ९.३.२८] । आगे चल कर यही नगरी द्वारका नाम से प्रसिद्ध हुई
[मत्स्य. ६९.९] । द्वारका नगरी पर शर्याति राजवंशीय लोगों का राज्य अधिककाल न रहा सका, जिसे पुण्यजन राक्षसों ने नष्ट किया, एवं यह राजवंश हैहय वंश में विलीन हुआ । इसे रैवत ककुद्मिन आदि सौ पुत्र थे । शर्याति राजा से ले कर रैवत तक का वंशक्रम इसप्रकार है