-
मालतीमाधवम् - द्वितीयोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - तृतीयोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - चतुर्थोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - पञ्चमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - षष्ठोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - सप्तमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - अष्टमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - नवमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
मालतीमाधवम् - दशमोऽङ्कः ।
एतद् भवभूतिना लिखितं कल्पनारम्यनाटकं वर्तते।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
रत्नावली
‘रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
रत्नावली - प्रथमोऽङकः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
रत्नावली - द्वितीयोऽङकः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
रत्नावली - तृतीयोऽङक्
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
रत्नावली - चतुर्थोङ्कः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - प्रथमोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - द्वितीयोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - तृतीयोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - चतुर्थोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - पञ्चमोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa
-
वेणीसंहारः - षष्ठोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: sa