हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|रहीम| शरद -निशि -निशीथे चाँदकी ... रहीम दोहावली छबि आवन मोहनलालकी । काछि... कमलदल नैननिकी उनमानि । ब... शरद -निशि -निशीथे चाँदकी ... कलित ललित माला वा जवाहर ख... दृग छकित छबीली छेलराकी छर... कठिन कुटिल काली देख दिलदा... जरद बसनवाला गुलचमन देखता... तरल तरन -सी हैं तीर -सी न... भुजग जुग किधौ हैं काम कमन... पकरि परम प्यारे साँवरेको ... पट चाहै तन , पेट चाहत छदन... भजन - शरद -निशि -निशीथे चाँदकी ... हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है। Tags : bhajanraheemभजनरहीम राग चाँदनी केदारा - ताल आड़ा चौताला Translation - भाषांतर शरद-निशि-निशीथे चाँदकी रोशनाई । सघन-बन-निकुञ्जे कान्ह बंसी बजाई ॥ रति, पति, सुत, निद्रा साइयाँ छोड़ भागी, मदन-शिरसि भूयः क्या बला आन लागी ॥ N/A References : N/A Last Updated : December 25, 2007 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP